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- Claims 73 Percentage Points, Weak In Garbage Collection And Cleanliness; Two Experts Deployed To Monitor And Document
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रतलाम5 मिनट पहले
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- फाइनल सर्वे 3 मार्च के बाद कभी भी हो सकता है, मई में आएगा परिणाम, सर्विस लेवल प्रोग्राम में ज्यादा पिछड़ रहा है नगर निगम
मार्च में होने वाली सफाई की सालाना परीक्षा के लिए शहर तैयार हो रहा है। सड़कों, बाजार और कॉलोनियों की सफाई, रंगरोगन और आर्ट पेंटिंग बता रही है कि काम चल रहा है। बावजूद कचरा कलेक्शन, सफाई, शौचालयों की सफाई और डाक्यूमेंटेशन में स्थिति कमजोर है। इनकी निगरानी और दस्तावेजी कार्रवाई पूरी करने में सरकार ने दो एक्सपर्ट तैनात कर दिए हैं। इनमें एक केपीएमजी इंडिया के प्रतीक मिश्रा, दूसरे सैडमेप के वसीम कुरैशी हैं। अभी की स्थिति में 6000 अंक वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में से निगम का दावा लगभग 4400 अंक की तैयारी का है। यानी देश के टॉप टेन शहरों में आना है तो निगम को लगभग 800 से 1000 अंक और बढ़ाना पड़ेंगे। इसके लिए निगम के पास 15 दिन का समय बचा है।
मौजूदा स्थिति में निगम का इतने अंकों का दावा
सर्विस सेवल प्रोग्रेस 1700/2400
{तैयारी – 54 कचरा कलेक्शन गाड़ियां 49 वार्ड से 82 से 85 टन कचरा रोजाना उठा रही हैं जबकि टारगेट 90 टन का है। जीपीएस मॉनिटरिंग के बावजूद गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच रहीं। कचरे में से 72% की कंपोस्टिंग व 34 टन सूखे कचरे की मटेरियल रिकवरी फेसेलिटी सेंटर द्वारा प्रोसेसिंग की जा रही है।
प्रमाणीकरण 1300/1800
{तैयारी – जीएफएस स्टार रेटिंग में पिछले साल 5 स्टार के बदले शून्य रेटिंग मिली थी। इस बार भी 5 स्टार का दावा किया है, सर्वे होना बाकी है। ओडीएफ डबल प्लस सर्टिफिकेट निगम ने 500 अंक पक्के कर लिए हैं। वाटर प्लस के 700 अंक मिलने में भी मुश्किल है क्योंकि दोनों सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट चालू नहीं हुए हैं।
सिटीजन वाइस 1400/1800
{तैयारी – करीब 90 हजार लोगों काे फीडबैक देना है। अब तक वोटर फोर सिटी एप से 37051, एसएस पोर्टल से 24559 और 1969 टोल फ्री नंबर से 35 सहित 61645 फीडबैक दे चुके। टारगेट पूरा करने करीब 28355 का और फीडबैक लेना है। बीते साल एक से तीन लाख तक की आबादी 382 शहरों में निगम ने बेस्ट स्माल सिटी इन सिटीजन फीडबैक अवाॅर्ड जीता था।
अच्छी रैंकिंग के लिए ये कोशिश
- 210 से ज्यादा सफाई कर्मचारियों पर कार्रवाई क्योंकि वे सफाई व्यवस्था में गैरहाजिर मिले।
- 1120 से ज्यादा लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने के लिए स्पॉट फाइन वसूला जा चुका है।
- शहर को सुंदर बनाने के लिए 12000 से ज्यादा वर्ग फीट में आर्ट पेंटिंग, लगभग इतनी और होना है।
- 52 से ज्यादा दुकानदार व फुटकर विक्रेताओं पर जुर्माना क्योंकि डस्टबिन नहीं रख रखे थे।
- 49 वार्ड में कचरा कलेक्शन गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम से मॉनिटरिंग की जा रही।
- 1120 सफाई कर्मचारियों को ड्रेस का वितरण, झाड़ू, हाथ गाड़ियां, हैंड ग्लव्स भी दिए जा रहे।
- फायर लॉरियों से सार्वजनिक शौचालयों की सफाई शुरू की थी, लेकिन अब नियमित नहीं हो रही।
- यातायात में बाधक बनने वाले वाहनों को उठाने के निगम ने कबाड़ से जुगाड़ लगाकर क्रेन बनाई।
और ये है जमीनी हकीकत
- 55 में 42 कचरा कलेक्शन गाड़ियां ही 49 वार्डों में चल रहीं इसलिए 4 से 5 टन कचरा कम उठ रहा है।
- मुख्य सड़कों की तो सफाई हो रही है लेकिन कॉलोनियों की अंदरुनी सड़कों व गलियों में कई जगह नियमित सफाई नहीं होने से कचरा पड़ा रहता है।
- प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर निगम अब तक बड़े डस्टबिन नहीं लगा पाया है। बीते साल 50 से अधिक स्थानों पर लगाए थे।
- गीले व सूखे कचरे का 100 प्रतिशत सेग्रिगेशन नहीं हो पा रहा। कचरा कलेक्शन वाहनों के हेल्पर भी ध्यान नहीं दे रहे। ट्रेंचिंग ग्राउंड में भी लापरवाही।
- सार्वजनिक सुलभ व सामुदायिक शौचालयों की नियमित सफाई नहीं हो रही, बीच में अच्छी व्यवस्था बनी थी, लेकिन फिर ढिलाई शुरू हो गई है।
- चेतावनी और कार्रवाई के बावजूद कर्मचारी सुबह सफाई ठीक से सफाई नहीं कर रहे। दरोगाओं की लापरवाही से कई रोजाना गैर-हाजिर रहते हैं।
- आयुक्त के निरीक्षण बंद करने के बाद से मॉनिटरिंग सिस्टम कमजोर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मैदान में तो नजर आ रहे हैं, लेकिन व्यवस्था में कसावट नहीं ला पा रहे।
सीधी बात
सोमनाथ झारिया, नगर निगम आयुक्त
सवाल – स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में कितनी रैंकिंग मिलने की उम्मीद? जवाब – हमारी तैयारी तो शहर को सफाई में नंबर वन की पोजिशन पर लाने की है। सर्वेक्षण के मापदंडों के अनुसार सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। सवाल – कचरा पूरी तरह नहीं उठ पा रहा है? जवाब – ऐसा नहीं है, पहले 75 से 80 टन उठ रहा था, अब यह 85 टन तक पहुंच गया है। इसके लिए कचरा कलेक्शन गाड़ियों की जीपीएस से मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। सुधार जरूरी है, वह भी करेंगे। सवाल – स्वच्छ सर्वेक्षण की क्या तैयारी चल रही है? जवाब – ओडीएफ डबल प्लस का प्रमाणीकरण हो गया है। स्टार रेटिंग में 5 स्टार का आवेदन कर दिया है। सर्वे के बाद रेटिंग मिलेगी। पेंटिंग, कर्मचारियों को ड्रेस, सेग्रिगेशन, कचरा प्रोसेसिंग सहित अन्य इंतजाम भी किए हैं।