भोपाल निर्भया कांड: SIT ने 37 दिन बाद मौके पर घटना का रिक्रिएशन किया; आरोपी ने 7 फीट गहरे गड्ढे में फेंका था, जांच टीम में शामिल SI छुट्‌टी पर

भोपाल निर्भया कांड: SIT ने 37 दिन बाद मौके पर घटना का रिक्रिएशन किया; आरोपी ने 7 फीट गहरे गड्ढे में फेंका था, जांच टीम में शामिल SI छुट्‌टी पर


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भोपाल7 मिनट पहलेलेखक: अनूप दुबे

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जांच में घटना स्थल के गड्‌ढे की गहराई 7 फीट से ज्यादा निकली।

  • CSP ने कोलोर थाने औ घटना स्थल पर 6 घंटे से ज्यादा समय बिताए
  • TI से मामले से जुड़े दस्तावेज लिए और सवाल-जवाब भी किए

दिल्ली की तरह ही भोपाल के निर्भया कांड की जांच SIT ने शुरू कर दी है। वारदात के 37 दिन बाद रविवार दोपहर घटना स्थल का सबसे पहले मौका मुआयना करते हुए घटना को रिक्रिएट किया गया। इस दौरान FSL की टीम ने वारदात को जानने का प्रयास किया कि आखिर यह पूरा घटना क्रम किस तरह हुआ होगा।

पुलिस ने घटना स्थल के एक-एक बिंदु को नोट करती जांच टीम।

पुलिस ने घटना स्थल के एक-एक बिंदु को नोट करती जांच टीम।

टीम ने गड्‌ढे की गराई को भी जांच में शामिल किया। इसमें सामने आया कि आरोपी ने 7 फीट से ज्यादा गहरे गड्ढे में छात्रा को फेंका था। उसके बाद वह ऊपर से उस पर गिर गया था। जिससे छात्रा को पीठ में गंभीर चोटें आईं थी। यहीं पर आरोपी ने छात्रा से हैवानियत करने का प्रयास किया था, हालांकि वह इसमें सफल नहीं हो सका था।

रहगीरों ने छात्रा को बचा लिया था। इधर CSP भूपेंद्र सिंह ने थाने पहुंचकर TI सुधीर अरजरिया से मामले से जुड़े सभी दस्तावेज लिए और उनसे पूरी घटना और उसके बाद पुलिस द्वारा की गई कारवाई को लेकर सवाल-जवाब भी किए। हैरानी की बात तो यह है कि SIT में शामिल किए गए SI सुरेश प्रताप सिंह चंदेल के अवकाश पर हैं। इससे ही जांच की गंभीरता का पता चलता है।

जांच के लिए पुलिस ने मौके पर लगा गए शेड हटा दिए।

जांच के लिए पुलिस ने मौके पर लगा गए शेड हटा दिए।

वारदात के किस तरह होने की आशंका

पुलिस ने 16 जनवरी की रात करीब 8 बजे हुई घटना को दोहराया। इस दौरान टीम ने घटना स्थल पर लगाए गए शेड भी हटा दिए। पुलिसकर्मियों ने पुलिया के नीचे उतरकर उसकी ऊंचाई से लेकर छात्रा और आरोपी के बीच हुए संघर्ष को जानने का प्रयास किया। पुलिस की माने तो घटना के वक्त के CCTV फुटेज में छात्रा और आरोपी सिर्फ पुलिया के नीचे गिरते नजर आ रहे हैं।

इसमें यह साफ हो गया कि छात्रा टहलने के बाद वहां से गुजर रही थी तभी आरोपी ने उस पर अचानक हमला कर दिया और उसका मुंह दबाते हुए उसे पुलिया के नीचे फेंक दिया था। इस दौरान लड़की ने भी बचने के लिए आरोपी को पकड़ लिया था। पुलिया की सड़क से ऊंचाई कम होने के कारण वे दोनों 7 फीट से ज्यादा गहरे गड्ढे में गिर गए।

FSL टीम ने पूरे घटनाक्रम को दोबारा करके देखा।

FSL टीम ने पूरे घटनाक्रम को दोबारा करके देखा।

सुबह से ही पहुंच गए थे सीएसपी भी थाने

SIT के घटना स्थल पर जांच करने से पहले ही CSP भूपेंद्र सिंह भी कोलार थाने पहुंच गए। उन्होंने अपनी पुलिसकर्मियों से चर्चा करने के बाद घटना स्थल का मौका मुआयना किया। उन्होंने करीब काफी समय थाने में ही बिताया। इसके बाद उन्होंने दो और अतिरिक्त टीमें अलग से बनाई हैं।

SIT में शामिल SI छुट्टी पर

दैनिक भास्कर में खबर आने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने इस मामले में SIT का गठन किया( CSP भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में बनी SIT में दो SI और एक ASI को शामिल किया गया है। इसमें कोलार थाने की SI श्वेता शर्मा और गौतम नगर थाने के SI सुरेश प्रताप सिंह चंदेल के साथ शाहपुरा थाने के ASI उपेंद्र सिंह हैं। हालांकि SI चंदेल के अवकाश पर होने के कारण जांच सिर्फ श्वेता और उपेंद्र सिंह की कर रहे हैं।



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