ओवरलोड बस मिली तो परमिट निरस्त: 54 की जान जाने के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं बस संचालक; 32 सीटर बस में भर रहे 60 सवारी

ओवरलोड बस मिली तो परमिट निरस्त: 54 की जान जाने के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं बस संचालक; 32 सीटर बस में भर रहे 60 सवारी


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इंदौरएक घंटा पहले

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इंदौर RTO की कार्रवाई भी बेअसर, नहीं मान रहे बस संचालक।

सीधी बस हादसे में 54 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद भी बस संचालक सुधर नहीं रहे हैं। इंदौर RTO का अमला ओवरलाेड बसों को रोकने सड़क पर है। ओवरलोड बस मिलने पर परमिट निरस्त की जा रही है।चेकिंग में कई ऐसी बसें मिलीं, जिनकी क्षमता 32 सीटर थी। लेकिन उसमें 60 सवारी बैठा रखी थीं। ड्राइवर के केबिन में भी लोगों को बैठा लिया जाता है। एक बस में तो इमरजेंसी गेट को इस तरह से बंद किया गया था कि आपात स्थिति में तो इसका खुलना ही नामुमकिन था।

इंदौर ARTO निशा चौहान का कहना है कि अब हमें जो भी ओवर लोड बस मिलेगी, उसका परमिट तुरंत निरस्त कर देंगे। चेकिंग में अभी ओवरलोडिंग का चालान बनाते हैं। इसके बाद भी बस संचालक सुधरते ही नहीं हैं। इसलिए हमने तय किया है कि अब परमिट ही निरस्त कर दिया जाए। इससे बस संचालक यात्रियों की जान से खिलवाड़ नहीं कर पाएंगे।

इस संबंध में मुख्यालय को भी सूचना दी गई है। ARTO ने बताया कि बस संचालक इतने दिनों से तर्क दे रहे हैं कि केंद्र सरकार ने परमिट और फिटनेस को लेकर 31 मार्च तक की छूट प्रदान कर दी है। ऐसे में आप क्यों रोक कर परेशान कर रहे हैं। इस पर अधिकारी सिर्फ ओवरलोडिंग, पीयूसी और लाइसेंस की धाराओं में कार्रवाई कर रहे हैं।



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