IND vs ENG: Ahmedabad में क्या हुआ ऐसा जो 2 दिन में ही खत्म हो गया मैच, जानिए वजह

IND vs ENG: Ahmedabad में क्या हुआ ऐसा जो 2 दिन में ही खत्म हो गया मैच, जानिए वजह


अहमदाबाद: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच अहमदाबाद (Ahmedabad) में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली की सेना ने अंग्रेजों के खिलाफ 10 विकेट से शानदार जीत हासिल की. इस मैच में जीत के असली हीरो रहे अक्षर पटेल (Axar Patel) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin).

भारतीय स्पिनर अक्षर पटेल (Axar Patel) और रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) की टर्निंग पिच का पूरा फायदा उठाया और टीम इंडिया (Team India) को दूसरे ही दिन यादगार जीत दिला दी.

 

 

अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे अक्षर पटेल (Axar Patel) ने घरेलू मैदान पर दूसरी पारी में 32 रन देकर 5 विकेट लिए और इस तरह से मैच में 70 रन देकर 11 विकेट हासिल किए. वहीं रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने 48 रन देकर 4 विकेट लिए और 400 टेस्ट विकेट के खास क्लब में शामिल हो गए.

 

इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 81 रन पर ढेर हो गई जो भारत के खिलाफ उसका न्यूनतम टेस्ट स्कोर है. भारत के सामने 49 रन का लक्ष्य था जो उसने दूसरे दिन तीसरे सेशन के पहले घंटे में ही बिना विकेट गंवाए हासिल कर दिया. रोहित शर्मा (25*) ने विनिंग सिक्स लगाया जबकि शुभमन गिल 15 रन बनाकर नॉट आउट रहे.

 

भारत ने इस तरह से 4 मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बनाकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाए. इंग्लैंड इस हार से फाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है. भारत चार मार्च से होने वाले तीसरे टेस्ट मैच को ड्रा कराने पर भी जून में लार्ड्स में न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल का टिकट हासिल कर लेगा.

 

पहले दिन की तरह दूसरे दिन भी विकेटों का पतझड़ जारी रहा. दूसरे दिन कुल 17 विकेट गिरे. भारत ने सुबह अपनी पहली पारी 3 विकेट पर 99 रन से आगे बढ़ाई और 145 रन बनाकर 33 रन की बढ़त हासिल की थी. इंग्लैंड पहली पारी में 112 रन ही बना पाया था. उसने दूसरी पारी में भारत के खिलाफ अपना न्यूनतम स्कोर बनाया. इससे पहले का रिकार्ड 101 रन था जो उसने 1971 में ओवल में बनाया था.

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह 22वां मौका है जब कोई टेस्ट मैच 2 दिन के अंदर ही खत्म हो गया. भारत में ऐसा दूसरी बार हुआ है. इससे पहले 2018 में भारत ने अफगानिस्तान को बेंगलुरू में 2 दिन में हरा दिया था. इस मैच में सिर्फ 140.2 ओवर किए गए. किसी पूरे मैच में सबसे कम ओवर के रिकार्ड में यह आंकड़ा 7वें नंबर पर है.

पिच के मिजाज का आलम ये था कि इंग्लैंड (England) की तरफ से पहली पारी में कामचलाऊ ऑफ स्पिनर जो रूट (Joe Root) ने 8 रन देकर 5 और बाएं हाथ के स्पिनर जैक लीच (Jack Leach) ने 54 रन देकर 4 विकेट हासिल किए. रूट ने दूसरी पारी में गेंदबाजी का आगाज किया.

 

पहली पारी में 6 विकेट लेने वाले अक्षर ने नई गेंद संभाली और पहली गेंद पर जॉक क्राउली को बोल्ड करके उन्हें गलत लाइन पर खेलने सजा दी. वो पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे और अश्विन के बाद भारत के दूसरे स्पिनर बने. उन्होंने तीसरी गेंद पर जॉनी बेयरस्टॉ को भी पवेलियन भेज दिया.

अब दूसरे सलामी बल्लेबाज डोमिनिक सिबली की बारी थी. अक्षर की टर्न लेती गेंद सिबली के बल्ले को छूकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गई बेन स्टोक्स (25) ने अटैक की रणनीति अपनाई और 3 चौके भी लगाए लेकिन अश्विन के सामने उनकी फिर से नहीं चली. भारतीय ऑफ स्पिनर ने 11वीं बार स्टोक्स को आउट किया.

अक्षर पटेल (Axar Patel) ने अपने घरेलू दर्शकों के सामने जो रूट (19) को एलबीडब्ल्यू आउट करके मैच में 10 विकेट लेने का करिश्मा किया. रूट गेंद के टर्न को समझने में नाकाम रहे थे. ओली पोप (12) को लगातार दूसरी पारी में समझ में नहीं आया कि रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) को कैसे खेलना है.

 

अश्विन ने इसके बाद जोफ्रा आर्चर को आउट करके टेस्ट मैचों में अपना 400वां विकेट लिया. वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के 16वें और भारत के चौथे गेंदबाज हैं. अश्विन यह उपलब्धि हासिल करने वाले छठे स्पिनर बने हैं. वाशिंगटन सुंदर ने महज 4 गेंदें की और 1 विकेट अपने नाम लिखा.

 

इससे पहले भारत ने भी आखिरी 7 विकेट 31 रन के अंदर गंवाए. भारत के 5 बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें रोहित ने सर्वाधिक 66 रन बनाए. जो रूट (Joe Root) ने टेस्ट ही नहीं अपने प्रथम श्रेणी करियर में भी पहली बार पारी में 5 विकेट लिए. 

रोहित शर्मा ने अपनी अच्छी फार्म दिखायी लेकिन उप कप्तान अंजिक्य रहाणे फिर से नहीं चल पाए. बाएं हाथ के स्पिनर्स के सामने अक्सर नाकाम रहने वाले रहाणे को लीच ने एलबीडब्ल्यू आउट किया जबकि रोहित लीच की गेंद स्वीप करने से चूक गए.

इसके बाद रूट ने कहर बरपाया और मुंबई में 2004 में जो काम माइकल क्लार्क (9 रन देकर 6 विकेट) ने किया था वही किया. उन्होंने पंत (1), सुंदर (0) और अक्षर (0) को आते ही पवेलियन भेज दिया. अश्विन (17) और इशांत शर्मा (10) ने आखिर में अहम रन जोड़े.

 





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