रिटायर्ड SDO ने खुद को मारी, मौत: सुसाइड नोट में लिखा दर्द- बहू ने मुझे चोर कहा, मेरी सामाजिक हत्या की है, अब जीना नहीं चाहता हूं

रिटायर्ड SDO ने खुद को मारी, मौत: सुसाइड नोट में लिखा दर्द- बहू ने मुझे चोर कहा, मेरी सामाजिक हत्या की है, अब जीना नहीं चाहता हूं


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ग्वालियर7 मिनट पहले

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मृतक रिटायर्ड एसडीओ राजेन्द्र सिंह राजपूत, बहू से परेशान होकर की खुदकुशी

  • विनय नगर सेक्टर-4 में रतिराम गार्डन के पास की घटना
  • मंगलवार सुबह अपनी दो नाली 12 बोर बंदूक से खुद को मारी गोली

दो साल पहले कृषि विभाग से रिटायर्ड हुए SDO ने अपनी ही बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या की है। घटना मंगलवार सुबह विनय नगर सेक्टर-4 रतिराम गार्डन के पास की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें रिटायर्ड SDO ने अपना दर्द लिखा है। वह लिख रहे हैं कि मकान के लिए बहू ने मुझे चोर कहा, उसके पिता-भाइयों ने मुझे पीटा और झूठे मामले दर्ज कराए। मेरी सामाजिक हत्या की है। अब जीना नहीं चाहता हूं। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर जांच शुरू कर दी है।

इसी 12 बोर बंदूक से रिटायर्ड एसडीओ ने खुद को गोली मारी है, बेड पर उनका शव

इसी 12 बोर बंदूक से रिटायर्ड एसडीओ ने खुद को गोली मारी है, बेड पर उनका शव

बहोड़ापुर विनय नगर सेक्टर-4 रतिराम गार्डन के पास निवासी 62 वर्षीय राजेन्द्र सिंह राजपूत कृषि विभाग से रिटायर्ड SDO थे। वह 9 सितंबर 2018 में बिलासपुर छत्तीसगढ़ से रिटायर्ड हुए थे। परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटे हैं। बड़ा बेटा प्रोफेसर है और अभी शिवपुरी में पदस्थ है। छोटा बेटा शहर में ही किसी शासकीय विभाग में पदस्थ है। बड़े बेटे की बहू प्रीति सिंह का मायका शिवपुरी में है। बहू से रिटायर्ड SDO की बिल्कुल भी नहीं पटती थी। बहू और उसके मायके पक्ष के लोग काफी समय से विनय नगर स्थित प्रॉपर्टी को बहू के नाम करने के लिए कह रहे थे। इसी से रिटायर्ड SDO राजेन्द्र सिंह परेशान था। मंगलवार सुबह वह नींद से जागे। पत्नी के हाथ की चाय पी। पत्नी अन्य काम में लग गई और रिटायर्ड SDO ने अलमारी से अपनी 12 बोर की दोनाली बंदूक निकाली और ठोढ़ी पर अड़ाकर ट्रिगर दबा दिया। गोली उनके जबड़े को उड़ाते ही दीवार में लगी। गोली की आवाज सुनकर पत्नी व आसपास के लोग वहां पहुंचे, लेकिन मौके पर ही रिटायर्ड SDO की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही बहोड़ापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। साथ ही फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. अखिलेश भार्गव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बारीकी से पूरे घटना स्थल की जांच की है। दो नाल में एक जिंदा कारतूस व एक चला हुआ खोका मिला है।

बहू से परेशान था रिटायर्ड SDO

घटना स्थल से एक सुसाइड नोट पुलिस को मिला है जिसमें रिटायर्ड SDO ने अपना पूरा दर्द लिखा है। उसमें बताया गया है कि 30 सितंबर 2018 को रिटायर्ड होने के बाद अभी तक एक दिन भी बहू ने कभी खाना परोसकर नहीं दिया। हमेशा बेइज्जत किया। मुझ पर चोरी का आरोप लगाया और दोगला कहा। हद तब हो गई जब कल्लन सरपंच की बहू को मेरे सामने बेइज्जत किया। झूठे आरोप लगाते हुए फोटो सोशल मीडिया पर डाले। 3 जुलाई 2020 को बहू प्रीति और उसके पिता परिमाल सिंह, भाई प्रमोद उर्फ चिंटू और मनीष सिंह ने मेरे घर पर हमला बोल दिया। मुझसे मारपीट की। बहू ने शिवपुरी और ग्वालियर में झूठे मामले दर्ज कराए। जिससे मेरी सामाजिक हत्या हुई है। इनके कारण अब जीना नहीं चाहता हूं।

बहू प्रॉपर्टी अपने नाम कराना चाहती थी

रिटायर्ड SDO के शहर में विनय नगर, डीडी नगर सहित दो जगह खेती उपयोग जमीन है। विनय नगर वाले मकान को बहू प्रीति अपने नाम कराने के लिए दबाव डाल रही थी। इसका जिक्र उन्होंने अपने सुसाइड नोट में भी किया है। कि बहू और उसका पिता, भाई प्रॉपर्टी उसके नाम करने दबाव बना रहे हैं। ऐसा भी पता लगा है कि मंगलवार को मकान की रजिस्ट्री के लिए जाना था, लेकिन उससे पहले ही रिटायर्ड SDO ने यह कदम उठा लिया।

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