हेल्प सेंटर में किसान अपनी हर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
Bhopal. हर बार चुनाव में किसान वोटर निर्णायक भूमिका में होते हैं. वक्त एक उप चुनाव और उसके बाद नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव और फिर 2023 के विधानसभा चुनाव का है. नेता अपने इस वोट बैंक को हाथ से नहीं निकलने देना चाहते
मध्य प्रदेश में किसानों के सहारे कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में लौटी थी. बागियों और दल बदल के कारण सत्ता भले ही चली गयी हो लेकिन पार्टी किसानों में अपनी पैठ नहीं खोना चाहती. उसने किसानों की सुनवाई के लिए हेल्पलाइन सेवा शुरू करने का ऐलान किया है. पीसीसी के दफ्तर में एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इस पर किसान अपनी समस्या को दर्ज करा सकेंगे. हेल्पलाइन सेंटर में किसान अनाज उत्पादन से लेकर उसकी बिक्री तक में आने वाली परेशानियों की शिकायत दर्ज करा सकेंगे.
हर समस्या का यहां समाधान
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया पीसीसी चीफ कमलनाथ के निर्देश पर कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इसमें किसान अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे. कांग्रेस पार्टी के पास हर दिन ऐसी ढ़ेरों शिकायतें आ रही हैं जिसमें किसान व्यापारियों के कारण परेशान हैं. अनाज उत्पादन से लेकर फसलों की बिक्री तक में किसानों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में किसानों की शिकायत और पीसीसी में दर्ज हो सकेगी. उन शिकायतों के आधार पर कांग्रेस पार्टी सरकार को जगाएगी.चुनावों पर नज़र
हर बार चुनाव में किसान वोटर निर्णायक भूमिका में होते हैं. वक्त एक उप चुनाव और उसके बाद नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव और फिर 2023 के विधानसभा चुनाव का है. नेता अपने इस वोट बैंक को हाथ से नहीं निकलने देना चाहते. यही कारण है कि किसानों के बल पर 15 महिने के लिए सत्ता में आयी कांग्रेस को किसानों पर भरोसा है.
बीजेपी बोली-कांग्रेस अपने नेताओं के लिए शुरू करे हेल्पलाइन
बीजेपी प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कहा पीसीसी में किसानों के लिए नहीं बल्कि कांग्रेसियों की हेल्प के लिए कंट्रोल रूम बनाने की जरूरत है. कांग्रेस में जी 23 जैसे नेताओं की भरमार है, जिनकी पार्टी के अंदर सुनवाई नहीं हो रही है. ऐसे में पार्टी को कांग्रेसियों की सुनवाई के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरू करना चाहिए. शिवराज सरकार में किसान खुशहाल हैं. सरकार ने बीते 1 साल में करोड़ों रुपए किसानों के खातों में डाले हैं. हाल ही में मुख्यमंत्री ने 23 मार्च को एक बार फिर किसानों के खाते में करोड़ों रुपये डाल कर उनकी जिंदगी संवारी है.