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खजुराहो19 घंटे पहले
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खजुराहो। लोकार्पण से पहले कन्याओं का पूजन करते मुख्यमंत्री।
- खजुराहो में नव निर्मित महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण, पर्यटक यहां साधना कर सकें
- मुख्यमंत्री ने मंच से कलेक्टर काे दी हितायत जिले के प्राचीन तालाबाें से हर हाल में अतिक्रमण हटाया जाए
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार 26 मार्च की दोपहर खजुराहो में नव निर्मित छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर का समारोह पूर्वक लोकार्पण किया। उन्होंने इन कन्वेंशन सेंटर के नाम में महाराजा शब्द जाेड़कर महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर नाम किया। साथ ही खजुराहाे काे बुंदेलखंड के अन्य पर्यटक स्थलाें से जाेड़ने के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू कराने की घाेषणा की। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने भाषण की शुरुआत महाराजा छत्रसाल के महिमा गान के साथ की। उन्होंने अपना उद्बोधन शुरू करते हुए कहा “छत्ता तोरे राज में धक धक धरती होय- जित जित घोड़ा पग धरै तहां तहां हीरा होय’’। उन्होंने कहा कि अब खजुराहो नृत्योत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाएगा, जैसा इस साल भारत सरकार के पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल के सहयोग से मंदिर परिसर के अंदर किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने “होम स्टे’’ और “विलेज स्टे’’ की वकालत करते हुए कहा यह पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि खजुराहो के मंदिर जीवन का सत्य हैं। जहां आहार, निद्रा, भय, मैथुन आदि को समझने का अवसर मिलता है। आत्मा का सुख परमात्मा के मिलन से है। जिसका संदेश भी इन्ही मंदिरों से मिलता है। उन्होने कहा कि खजुराहो में 4-5 कुटीर बनाए जावें, ताकि पर्यटक यहां साधना कर सकें। उन्होंने खजुराहो सहित छतरपुर जिले के चंदेल कालीन तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को मंच से ही निर्देश दिया। इस मौके पर केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल, सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र कुमार, महोबा सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, प्रदेश की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर, बृजेंद्र प्रताप सिंह और विधायक विक्रम सिंह नातीराजा विशेष रूप से मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री अपने निर्धारित समय से करीब एक घंटे से अधिक बिलंब से पौने 2 बजे छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर पहुंचे। जहां पूजन अर्चन के साथ उन्होंने दीप प्रज्जवलन कर कन्वेंशन सेंटर का लोकार्पण किया। उन्होंने मप्र पर्यटन विभाग को निर्देशित किया कि आज ही कन्वेंशन सेंटर के नाम को संशोधित कर महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर लिखा जाए। महोबा के सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने कालिंजर, चित्रकूट, महोबा जैसे पर्यटक स्थलों को खजुराहो के साथ सर्किट के रूप में विकसित करने का प्रयास करने की बात कही।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने याेग केंद्र की स्थापना पर जोर दिया
क्षेत्रीय सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं मंदिरों के लिए विश्व विख्यात खजुराहो का सांसद हूं। खजुराहो को आध्यात्मिक दृष्टि से देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि खजुराहो में एक अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र स्थापित किया जाए। उन्हाेंने खजुराहो में सस्ती जहाजें लाने में अपना सहयोग देने की बात कही। उन्होंने केन वेतवा परियोजना के शुभारंभ होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह का आभार जताते हुए कहा कि अब बुंदेलखंड में पानी की कमीं नही होगी। प्रदेश की पर्यटन मंत्री ऊषा ठाकुर ने खजुराहो को अध्यात्म से जोड़ने पर बल दिया। भारत सरकार के पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि खजुराहो का भविष्य उज्ज्वल है।
आईकॉनिक सिटी का ड्राफ्ट हो रहा तैयार
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि खजुराहो की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। उन्होंने कन्वेंशन सेंटर के महत्व और उसके निर्माण पर प्रकाश डाला। उन्होंने खजुराहो के आइकॉनिक सिटी ऑफ इंडिया के तहत खजुराहो के विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खजुराहो 4-5 साल में देश का महत्वपूर्ण टूरिस्ट डेस्टिनेसन होगा। पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आइकॉनिक सिटी के डीपीआर का ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है। इसमें जो भी प्रस्ताव आएंगे, वह शामिल किए जाएंगे। स्वागत भाषण पर्यटन विभाग भारत सरकार के अधिकारी रूपेंद्र बरार ने दिया। आईसीपीवी के वाइस चेयरमैन अमरेश तिवारी ने खजुराहो में पर्यटन बढ़ाने अनेक कन्वेंशन आयोजित करवाये जाने के प्रयास की बात कही।
खजुराहो में शिल्पी केंद्र खोला जाए: प्रहलाद पटेल
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैने सबसे पहले खजुराहो आने पर भगवान मतंगेश्वर से प्रार्थना की कि हे भगवान हमारे प्राचीन बैभव को फिर से लौटा जिसे कोरोना ने छीन लिया है। उन्होंने कहा हमें ग्रामीण क्षेत्र में हेरिटेज के रूप में बने मकानों को तोड़ने से रोकना होगा। भले ही हमे उन्हें जमीन क्यों न देना पड़े, क्योंकि अभी लोग प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के चक्कर मे विरासत को तोड़ रहे हैं। उन्होंने कोरोना की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसी में अवसर तलाशने की बात कही।
उन्होंने खजुराहो में शिल्पियों की याद में एक शिल्पी केंद्र बनाने की बात कही। साथ ही कहा कि हमें अपनी संस्कृति के विकास में प्रधानमंत्री के स्लोगन “देखो अपना देश’’ के तहत अपने देश को घूमना होगा। ताकि हम अपनी संस्कृति का प्रचार दूसरे देशों में कर संस्कृति का आदान प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा 2020 शून्य वर्ष के रूप में घटित हुआ, जिसकी भरपाई आने वाले वर्षों में करना है। जिससे सर्वाइवल के साथ रिवाइवल होगा।