ऐसे ही लोगों में शामिल हैं उज्जैन सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शैलेंद्र व्यास यानी कि स्वामी मुस्कुराके. उन्होंने होली के इस मौके पर मालवा के रंगों से सजा डांस वीडियो जारी किया है. वीडियो में उन्होंने अपने चुटीले अंदाज में राजनेता, कोरोना और होली पर जमकर हास्य बिखेरा है.
राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित हैं स्वामी मुस्कुराके
सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल शैलेन्द्र व्यास राष्ट्रपति अवॉर्ड से भी सम्मानित हैं. उन्हें शहर में स्वामी मुस्कुराके के नाम से जाना जाता है. महाकाल की सवारी हो, शहर में कोई धर्मिक जुलूस हो या स्टेज पर कोई कार्यक्रम, स्वामी मुस्कुराके अपने विशेष पहनावे और हास्य गीतों का रंग जमा ही देते हैं. अब होली का बड़ा त्योहार है और कोरोना के कारण आम लोगों को घर में ही होली मनाने की बात सीएम शिवराज सिंह ने कही है. इस पर स्वामी ने होली, कोरोना और बंगाल चुनाव को लेकर जमकर कटाक्ष किया और मालवा लोक गीतों में डूबकर जमकर झूमे.दूसरों से अलग हैं व्यास
स्वामी मुस्कुराके ने अपने वीडियो में कहा- जंगल में रहो या बस्ती में, लहरों में रहो या कश्ती में, महंगी में रहो या सस्ती में, पर रहो महाकाल की मस्ती में… उन्होंने ‘धीरे आन देरे जरा धीरे आन दे…’ पर जमकर रंगारंग नृत्य प्रस्तुत किया और उनके नृत्य को देख कोई भी अपने आप को हंसने से रोक नहीं पाएगा. यही अंदाज उनको दूसरों से अलग बनाता है.
जारी रहा रंगारंग गीतों का सिलसिला
वीडियो में व्यास ने ‘आलकी की पालकी जय कोरोना लाल की, और ऐसी की तैसी कर दी तूने पूरे साल की…, साबुन से हाथ हुए काडे से पेट खराब, टीका काम नहीं करेगा अगर पीली शराब…, कोई बोले खेला कोई बताए खेल, लाखों की इस भीड़ में भैया कोरोना हुआ फेल…, दीदी फिर से दावा करती आएगी तृणमूल, शाह मोदीजी बोल रहे इस बार खिलेगा फूल…, पेश किए.