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- Scrap Fire Spread Over 30 Acres From The Conveyor Belt, A Day Before The Energy Minister Visited
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खंडवा (बीड़)6 मिनट पहले
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संत सिंगाजी थर्मल परियोजना में आगजनी की घटना
- कारणों को लेकर परियोजना के अफसर बोले : संभवत: सूखी घास पर कोई अज्ञात व्यक्ति जलती हुई बीड़ी या सिगरेट फेंक गया
संत सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना में रविवार दोपहर आग लग गई। स्क्रैप में आग लगने से कन्वेयर बेल्ट के द्वारा चारों तरफ आग फैलने लगी। करीब 30 एकड़ जमीन में परियोजना की पांचों फायर फाइटर से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जो सफल नहीं हुआ। इसके बाद परियोजना के अफसरों ने मूंदी, खंडवा, और नर्मदानगर से भी फायर फाइटर बुलाए। आग इतनी भयावह थी कि कई किलोमीटर दूर तक काला धुआं वातावरण में फैल गया। बता दें कि एक दिन पहले ही प्रदेश सरकार में ऊर्जा मंत्री प्रद्युमनसिंह तोमर ने यहां दौरा किया था। थर्मल परियोजना के भीतर घटनास्थल पर डीजल पंप भी मौजूद था। अधिकारियों ने सबसे पहले डीजल पंप को बचाने का प्रयास किया, अन्यथा आगजनी ओर बढ़ जाती। परियोजना के अफसर आग लगने का कारण किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सिगरेट या बीड़ी पीकर सूखी घास में पटक देना बता रहें है। इस घास में रबड़ के कन्वेयर बेल्ट भी पड़े हुए थे, वही ऑयल पेंट के बड़े-बड़े डिब्बे भी रखे थे, जिसके कारण आग और भड़क गई। इधर, एक दिन पहले शनिवार को ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युमनसिंह तोमर ने सिंगाजी परियोजना का दौरा किया था। परियोजना के सिविल विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, यहां पर हर साल लाखों रुपए का टेंडर घास कटाई के नाम पर किया जाता है लेकिन घास कटाई सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह जाती है। अगर यहां पर घास की कटाई की जाती तो आज यह आग नहीं लग पाती। आग के चलते कई प्राइवेट कंपनियों के सामान जलकर खाक हो गया। परियोजना के भीतर लाखों रुपए का नुकसान होना बताया जा रहा है।
इस मामले में एक बड़ा सवाल यह भी सामने आया है कि घास कटाई के लिए लाखों रुपए का टेंडर दिया जाता है, फिर भला इतनी बड़ी लापरवाही कैसी हो गई।