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हाेशंगाबादएक घंटा पहले
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- 3.77 लाख लोगों के वैक्सीनेशन के लिए 50 केंद्र बनाए, इधर, 17 नए मरीज, एक माैत
45 की उम्र पार कर चुके लाेगाें काे गुरुवार से जिले के 50 केंद्राें पर कोरोना वैक्सीन लगेगी। सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं। 1 जनवरी 1977 से पहले जन्में लाेगाें काे वैक्सीन लगाने के लिए शासन ने आदेश दिए हैं। अब 45 वर्ष से अधिक उम्र वालाें काे अपनी बीमारी का प्रमाण पत्र नहीं दिखाना पड़ेगा।
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या का 22.98% संख्या निकालकर जिले में 45 वर्ष से उपर उम्र वाले करीब 3 लाख 37 हजार लाेगाें काे वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है। बुधवार काे काेराेना से इटारसी निवासी एक 45 वर्षीय युवक की जिला अस्पताल में माैत हाे गई। वहीं जिले में बुधवार काे काेराेना के 17 नए संक्रमित मिले। इनमें इटारसी में 7, हाेशंगाबाद में 6, केसला में 3, बाबई में 1 मरीज की रिपाेर्ट काेराेना पाॅजिटिव आई है।
कोरोना संक्रमित को सांस लेेने में थी तकलीफ, मौत
आरएमओ डाॅ. नीतेश बैस ने बताया इटारसी वर्मा काॅलाेनी निवासी प्रीतम पिता प्रताप सिंह उइके (45) की बुधवार सुबह माैत हाे गई। प्रीतम काे 29 मार्च काे पाॅजिटिव आने के बाद जिला अस्पताल के डीसीएचसी मंे भर्ती किया गया था उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। जिला अस्पताल के डीसीएचसी वार्ड में 13 पाॅजिटिव भर्ती हैं। बुधवार काे जिले में 17 पाॅजिटिव आए हैं।
सेंटर पर परेशानी न हाे, आपका समय बचे इसलिए जानें वैक्सीनेशन की चार स्टेप
1. रजिस्ट्रेशन : जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर की बिल्डिंग में ऑफलाइन पंजीयन होंगे। बिल्डिंग में रैंप के पास सुरक्षाकर्मी टाेकन देगा। टाेकन लेकर ऊपर रजिस्ट्रेशन डेस्क पर जाना हाेगा।
2. वेरिफिकेशन: रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बैठी नर्सिंग स्टाफ काे टाेकन और फाेटाेयुक्त पहचान पत्र दिखाना हाेगा। स्टाफ नर्स पहले रजिस्ट्रेशन वेरिफाई करेगी फिर अपकाे वैक्सीनेटर रूम में भेजेंगी।
3. वैक्सीनेशन: रजिस्ट्रेशन काउंटर के बाद वैक्सीनेटर रूम में जाकर टीका लगवाना हाेगा। अगर वैक्सीनेटर रूम में पहले से काेई हाेगा ताे वेटिंग सीट्स पर इंतजार करें फिर कोरोना का टीका लगवा सकते हैं।
4. ऑब्जर्वेशन: वैक्सीनेशन के बाद ऑजर्वेशन रूम में 30 मिनट तक बैठना हाेगा। ताकि अगर आपकाे टीका लगने के बाद काेई परेशानी हाे रही है ताे तुरंत माैजूदा डाॅक्टर अपका इलाज कर सकें।
लापरवाही : रैपिड किट नहीं, पिपरिया, इटारसी में लैब भी बंद
जिले के इटारसी और पिपरिया में काेराेना जांच लैंब बंद हाे गई हैं। दाेनाें स्थानाें पर जांच सैंपल भाेपाल भेजे जाने से करीब तीन से चार दिनाें में रिपाेर्ट मिल रही है। वहीं फीवर क्लीनिकाें में रैपिड किट से टेस्ट नहीं हाे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग आरटीपीसीआर सैंपल ले रहा है। यह सैंपल हमीदिया अस्पताल और भोपाल एम्स भेजे जाते हैं। रिपाेर्ट में करीब 4 दिन लगते हैं। सिविल सर्जन डाॅ. दिनेश दहलवार ने बताया कि जिला अस्पताल काे 50 रैपिड किट मिली थी जाे अब खत्म हाे चुकी हैं।
25 बेड का वार्ड तैयार : जिला अस्पताल में 25 बेड का आइसाेलेशन वार्ड तैयार कर दिया है। सिविल सर्जन डाॅ. दिनेश दहलवार ने बताया कि मरीजाें की संख्या बढ़ने के कारण 25 बेड का आईसाेलेशन वार्ड तैयार कर लिया है।
यहां बने सेंटर
हाेशंगाबाद: जिला अस्पताल, एनसीडी कक्ष, नर्मदा अपना अस्पताल, एसपीएम अस्पताल, ग्वालटोली और मालाखेड़ी स्वास्थ्य केंद्र। इटारसी: डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी अस्पताल, रेलवे अस्पताल, नाला माेहल्ला, पुरानी इटारसी स्वास्थ्य केंद्र। इसके अलावा हर ब्लाॅक में प्राथमिक, उप स्वास्थ्य केंद्राें पर कोरोना वैक्सीन लगाई जाएंगी।

^जिले में काेराेना के संदिग्धाें की जांच के लिए रेपिड किट ऊपर से कम मिल रही है। हमें 250 सैंपल का लक्ष्य है प्रतिदिन आरटीपीसीआर सैंपल लिए जा रहे हैं। पिछले सप्ताह में 650 किट मिली थी। सभी काे वितरण की गई थी। लैब के बारे में जानकारी लेकर बताता हूं। डाॅ. दिनेश काैशल, सीएमएचओ