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- Vaccination Started At 3 Thousand Centers Across The State, After Taking The Dose, People Said How Long Did The Vaccine Wait, Missed The Opportunity
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मध्य प्रदेश12 मिनट पहले
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रतलाम में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करते लोग। सुबह से ही लोग लाइन में लगे रहे।
- सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में हो रहा है वैक्सीनेशन
- भोपाल के 170 केंद्रों पर लग रही है वैक्सीन
MP में 45+ वालों के लिए गुरुवार सुबह 9 बजे से कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो गया। अधिकतर केंद्रों पर सुबह से ही कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों में उत्साह रहा। बुजुर्ग भी अच्छी खासी संख्या में इस बार टीकाकरण के लिए पहुंचे। डोज लेने के बाद लोगों ने कहा कि टीके का लंबे समय से इंतजार था। मौका मिला तो कैसे चूकते। प्रदेश भर में 3 हजार केंद्र बनाए गए हैं। वैक्सीनेशन सरकारी और निजी दोनों अस्पतालाें में हाे रहा है। सरकारी केंद्रों पर यह टीका नि:शुल्क लगाया जा रहा है, जबकि निजी अस्पताल में 250 रुपए का शुल्क देना है। सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित इंदौर में 50 हजार और भोपाल में 40 हजार लोगों को डोज देने की तैयारी है। अभी 45+ की आबादी 1.18 करोड़ है। यह संख्या प्रदेश की कुल टीकाकरण योग्य छह करोड़ आबादी की करीब 19% है।
भोपाल में 170 केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जा रही
भोपाल में 170 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गुरुवार सुबह 9 बजे से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। इससे पहले 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के लोगों को गंभीर बीमारी होने के चिकित्सकीय प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होती थी। अब किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार ने भोपाल में एक दिन में 40 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में वैक्सीन निःशुल्क लगाई जाएगी। जबकि निजी स्वास्थ्य संस्थानों में 250 रुपए में यह वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
इंदौर में सबसे बड़ा लक्ष्य, सुबह से ही जुटे लोग

इंदौर के वार्ड 44 में सुबह से ही लोग वैक्सीनेशन के लिए लाइन में लगे लोग।
गुरुवार सुबह 9 बजे से जिले के 293 केंद्राें पर 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों काे कोरोना के टीके लगने शुरू हाे गए। एक दिन में कुल 50 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सुबह टीका लगवाने पहुंचे लोगों का कहना था कि इंतजार तो लंबे समय से था, लेकिन अब मौका आया है। इस समय कोरोना से बड़ा डर क्या होगा, टीका तो हमें इससे बचाएगा, फिर इससे क्या डरना।
ग्वालियर में रफ्तार धीमी

ग्वालियर के जेएएच में वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराते लोग।
ग्वालियर में सुबह 9 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ। 10.30 बजे तक अंचल के सबसे बड़े अस्पताल में 75 लोगों को वैक्सीन लग गई थी।। यहां पहले दिन 149 सेंटर पर 25 हजार लोगो को टीका लगाने का टारगेट है। अन्य सेंटर में भी धीरे धीरे लोग पहुंच रहे है। पहले एक घंटे वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी रही है।
जबलपुर में 25 हजार का लक्ष्य
जिले में गुरुवार को 25 हजार लोगों को टीकाकारण का लक्ष्य रखा गया है। जिले में कुल 200 सेंटर बनाए गए हैं। इसमें 70 शहरी तो 130 ग्रामीण क्षेत्रों के सेंटर हैं। जिले को बुधवार शाम को 59 हजार 400 डोज मिली है। इस डोज को शनिवार तक समाप्त करना है। इसके बाद अगले सप्ताह का डोज रविवार तक प्राप्त होगा। लोगों को वैक्सीन लगवाने में परेशानी नहीं हो इसके लिए ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है।
रतलाम में दो केंद्रों पर एक घंटे में 200 को टीका लगा
रतलाम में 45 की उम्र पार के लोगों में टीकाकरण को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। एमसीएच और मेडिकल कॉलेज स्थित टीकाकरण केंद्रों पर 1 घंटे में 200 लोगों को वैक्सीन लगाया जा चुका है.
गुना में 10 बजे तक आंकड़ा 100 पर
गुना में 9 बजे से पहले टीकाकरण शुरू हो गया। यहां 10 बजे तक लगभग 110 लोगों को लगी वैक्सीन। कुछ 60 से ऊपर के लोग भी पहुंचे टीका लगवाने। बोले जानकारी के अभाव में पहले नहीं लगवा पाए थे वैक्सीन।
रीवा में 8 बजे से ही खुल गए थे वैक्सीनेशन सेंटर
रीवा में 45 पार के साथ बुजुर्ग भी इस बार घरों से बाहर टीकाकरण के लिए निकले। केंद्रों पर उत्सव जैसा माहौल दिखा।
बदली रणनीति- जहां संक्रमण ज्यादा, वहां वैक्सीन ज्यादा लगाई जाएगी
प्रदेश सरकार ने अब रणनीति बदल दी है। जिन जिलों में मार्च महीने में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला, वहां ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाई जाएगी। प्रदेश में कोवैक्सीन के 3,55,022 डोज स्टॉक में है। जबकि केंद्र सरकार ने मप्र को कोवीशील्ड के 9,50,450 डोज और दिए हैं। इस तरह अब वैक्सीन के 13 लाख 5 हजार 472 डोज उपलब्ध हैं।
3 हजार से ज्यादा सेंटर बनाए गए
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ.संतोष शुक्ला ने बताया कि अभी तक प्रदेश में कुल 2,048 वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए थे, लेकिन हर दिन का टारगेट बढ़ाए जाने के कारण सेंटर की संख्या 3 हजार से ज्यादा कर दी गई है। आवश्यकता पड़ने पर सेंटर और बढ़ाए जाएंगे। इन सेंटर्स में मतदान की तर्ज पर व्यवस्थाएं की गई हैं।