- Hindi News
- Local
- Mp
- Gwalior
- Four Eunuchs Boarding The Midnight Dakshin Express, Asking Passengers To Wake Up And Ask For Money, Were Not Getting Upset
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
ग्वालियरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
दक्षिण एक्सप्रेस से पकड़े गए चारों किन्नर आरपीएफ थाना में खड़े हुए, इन पर रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है
- RPF की टीम ने शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात ट्रेन से पकड़े चार किन्नर
- रिजर्वेशन स्लीपर कोच में बिना टिकट के चढ़ने पर दर्ज की FIR
आधी रात को ट्रेन में 4 किन्नरों ने जमकर हंगामा मचाया है। किन्नरों ने गहरी नींद में सो रहे मुसाफिरों को जगा-जगा कर रुपए मांगने लगे। कुछ लोगों ने रुपए देने से मना कर दिया। इस पर किन्नर नाराज हो गए। चलती ट्रेन में नाचने लगे और गालियां देने लगे। हंगामे का पता चलते ही RPF (रेलवे पुलिस फोर्स) ग्वालियर स्टेशन से ट्रेन में सवार हुई और चारों किन्नरों को हिरासत में लिया है। कोविड पीरियड में ट्रेन में बिना रिजर्वेशन चलने की अनुमति नहीं है। ऐसे में उनके रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
RPF को शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात सूचना मिली थी कि आगरा से झांसी की ओर जा रही दक्षिण एक्सप्रेस में चार किन्नर हंगामा मचा रहे हैं। यह लोगों को नींद से उठा-उठाकर रुपए मांग रहे हैं। जो उनकी इस हरकत का विरोध कर रहे हैं उनको परेशान कर रहे हैं। गालियां देकर पूरी ट्रेन को सिर पर उठा रखा है। इस पर तत्काल RPF की टीम ने ग्वालियर स्टेशन पर ट्रेन में फोर्स को चढ़ाया। अभी फोर्स निगरानी कर रही थी तभी एक कोच में चारों किन्नर यात्रियों को परेशान करते हुए मिल गए। इस पर RPF (रेलवे पुलिस फोर्स) ने तत्काल चारों किन्नरों को हिरासत में लिया है। उनको लेकर वह ग्वालियर RPF थाना पहुंचे और उनके खिलाफ रेलवे एक्ट का मामला दर्ज किया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच कैसे हुए ट्रेन में सवार
इस समय कोरोना के चलते रेलवे स्टेशनों पर कड़ी चेकिंग चल रही है। स्टेशन के गेट पर टिकट दिखाने के बाद ही उनको अंदर प्रवेश दिया जाता है। साथ ही मुसाफिर के साथ के लोगों को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। ऐसे में यह चारों किन्नर किस चोर दरवाजे से अंदर पहुंचे और स्लीपर कोचों में सवार हो गए। इन पर बिना टिकट यात्रा करने पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
लॉकडाउन ने बिगाड़ा धंधा
पकड़े गए किन्नरों ने RPF के सामने अपना रोना रोया है। उनका कहना है कि ट्रेनों में मांगकर अपना घर चलाते हैं। बीते एक साल से लॉकडाउन के चलते ट्रेनें बंद थीं और उनकी भूख से मरने की नौबत आ गई, लेकिन अब ट्रेनें चल रही हैं तो वह काम पर निकले थे कि पुलिस ने पकड़ लिया।