बेकाबू कोरोना: मिले रिकॉर्ड नए संक्रमित, चिकित्सक की मौत

बेकाबू कोरोना: मिले रिकॉर्ड नए संक्रमित, चिकित्सक की मौत


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जबलपुरएक घंटा पहले

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  • निजी अस्पताल में कोरोना वार्ड में ड्यूटी के दौरान आए थे लक्षण
  • मेडिकल में इलाज के दौरान हुई मृत्यु, 205 नए पॉजिटिव, 12 दिन में 15 की गई जान

कोरोना संक्रमण ने शुक्रवार को फिर से 2 जानें ले लीं। वहीं इसके अलावा एक 31 वर्षीय चिकित्सक की संदिग्ध मौत भी हुई, हालाँकि उनकी कोविड रिपोर्ट आना अभी बाकी है। कहा जा रहा है कि कोरोना वार्ड में ड्यूटी के दौरान उन्हें कोरोना के लक्षण दिखे और संक्रमण फेफड़ों तक पहुँच गया।

जानकारी के अनुसार चिकित्सक एक निजी अस्पताल में कोविड वार्ड में ड्यूटी कर रहे थे, जहाँ से उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ और फिर निजी अस्पताल में इलाज कराने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहाँ शुक्रवार की सुबह उनकी मौत हो गई। जिले में चिकित्सा सेवा के दाैरान कोरोना वॉरियर की मौत का यह दूसरा मामला है, इसके पहले 1 दिसंबर को मेडिकल कॉलेज में एक सीनियर स्टाफ नर्स की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी।

बेकाबू हो रहा कोरोना संक्रमण शुक्रवार काे रिकॉर्ड आँकड़ों तक पहुँच गया। इस दिन इस वर्ष के अब तक के सबसे ज्यादा 205 नए मरीज मिले। आँकड़े अब पिछले वर्ष के सितंबर माह के आँकड़ों से मेल खा रहे हैं, जब शहर में कोरोना का पहला पीक आया था। जिले में पिछले 12 दिनों में 15 मरीजों ने कोरोना से जान गँवाई है।
साँस लेने में हुई तकलीफ, बढ़ गया संक्रमण

रूममेट डॉ. अजय यादव ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर माह में दोनों ने निजी अस्पताल में ज्वाॅइनिंग ली थी और कोरोना वार्ड में ड्यूटी की थी। कुछ माह ड्यूटी करने के बाद अवकाश पर गए और मार्च में दोबारा ज्वाॅइन किया। ड्यूटी के दौरान एक-दो बार पीपीई किट न पहनने की वजह से उन्हें संक्रमण हुआ।

इसके बाद तबियत खराब होने पर वे ड्यूटी पर नहीं गए और कुछ दिन घर पर रहे। इस बीच संक्रमण बढ़ने के कारण जब साँस लेने में तकलीफ हुई, तब उन्हें 30 मार्च की सुबह निजी अस्पताल लाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने उनकी स्थिति पर चिंता जताई। परिवार वाले उन्हें डिस्चार्ज कराकर मेडिकल कॉलेज ले गए।

पिछले साल सितंबर की याद दिला रहे आँकड़े
जिले में कोरोना के एक्टिव केस अब 1409 हो गए हैं। पिछले वर्ष सितंबर माह में 24 सितंबर तक 1446 एक्टिव पहुँचे थे, जाे कि अब तक सर्वाधिक है।

दिसंबर में हुई थी शादी

संक्रमण से जिन चिकित्सक की मृत्यु हुई, वे उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी थे, जो कुछ वर्ष पूर्व बीएचएमएस की पढ़ाई के लिए शहर आए थे और गौर तिराहे के पास रह रहे थे। वे घर पर सबसे छोटे बेटे थे। गत वर्ष दिसंबर माह में ही उनकी शादी हुई थी।

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