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- Police Used To Make Money By Smuggling Sand From Son River, Khabar Lal Used To Become Constable On Arrival Of Big Officials
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सीधी6 मिनट पहले
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चुरहट थाने में पदस्थ आरक्षक नवीन सिंह, जिसको एसपी ने किया निलंबित
- सीधी में रेत माफिया से साठगांठ का आडियो वायरल
- एमपी ने आरक्षक नवीन सिंह को किया निलंबित
- टीआई समेत पूरे स्टाफ की होगी जांच
सीधी जिले में सोन नदी से रेत तस्करी के मामले में पुलिस और रेत माफिया का गठजोड़ सामने आया है। वायरल आडियो में आरक्षक बड़े अधिकारियों के दौरे की पूरी सूचना रेत तस्करों को देता है। वह चक्कर के हिसाब से ट्रैक्टर ट्राली, डंपर, ट्रक आदि के रेट फिक्स कर रखे थे। उक्त सभी बातों की रिकार्डिंग का आडियो सोशल मीडिया में एक सप्ताह से वायरल हो रहा था। मीडिया में बवाल मचने पर बीते दिन एसपी पंकज कुमावत ने दोषी आरक्षक नवीन सिंह को निलंबित कर दिया है।
साथ ही एसपी ने कहा है कि चुरहट थाने के टीआई सहित पूरे स्टाफ की भूमिका की जांच होगी। अगर रेत माफिया से पुलिस का गठजोड़ मिला था तो सबके उपर कार्रवाई होगी। कोई कितना भी कितना शातिर हो वह नहीं बच पाएगा। वायरल आडियों की जाचं के लिए चुरहट एसडीओपी नीरज नामदेव को एसपी ने जांच अधिकारी बनाया है। जो गोपनीय तरीके से जांच करते हुए सीधे एसपी को रिपोर्ट करेंगे।
दरअसल सीधी जिले में रेत माफिया से जुड़े लोग अवैध तरीके से रेत का उत्खनन करते हैं। जो वैध खदानों के आसपास बंदूक की नोक पर रेत तस्करी कराते है। अगर आम आदमी से लेकर प्रशासन के लोग दखलंदाजी करते है तो विवाद कर देते है।
इनका पूरा नेटवर्क होता है जो जिला मुख्यालस से लेकर स्थानीय थाना और नदी के किनारों के गांव में अपने मुखबिर और खबरी लाल रखते है। अगर कोई जांच करने पहुंचता है तो इनकी गाड़िया नदी से निकलकर आसपास के गांवों में घुस जाती है। इस कार्य में गांव के सरहंग किस्म के युवा भी शामिल रहते है। इनकी उपर से नीचे तक पूरी चैन होती है।
ओवर लोड़िंग में फायदा
बता दें कि शासनस्तर से प्रदेशभर की खदानों में ओवर लोडिंग प्रतिबंधित है। ऐसे में रेत तस्करों को घाटा लगता है। जिससे वे नदी में दिखाने के लिए कम माल भरते है। फिर उपर आकर आसपास के गांवों में दो चार ट्राली और रेत लोड़ होती है। इसके बाद तय रास्ते से रेत तस्करों की गाड़िया निकल जाती है। ये सब अवैध काम थाने की सह पर किया जाता है। जबकि खदानों में भारी भरकम मशीनों से उत्खनन करना प्रतिबंधित है। फिर भी चैन माउंट और सैकड़ों जेसीबी नदी के घाटों में घुसी रहती है। रेत माफियाओं को पुलिस की मदद की जरूरत होती है। इस मदद की आड़ में पुलिस और रेत माफिया के भी भारी भरकम लेनदेन होता है; जिसमें सिपाही से लेकर थाना प्रभारी तक मिलीभगत करते हैं।
सबकी भूमिका होगी चेक
चुरहट एसडीओपी एवं जांच अधिकारी नीरज नामदेव ने बताया कि प्राथमिक तौर पर दोषी आरक्षक नवीन सिंह को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है। वहीं थाना प्रभारी समेत पूरे स्टाफ की जांच करने के निर्देश दिए हैं। जिसकी जांच चालू हो गई है। हालांकि वायरल आडियो में जो समझ में आ रहा है उसमे आडियो पर कई कट लगे है। मतलब साफ है कि वायरल आडियो को कई दिनों की रिकार्डिंक कर बनाया गया है। जिसमे कालर ने पहले अगर पांच मिनट बात की। तो उसमे बीस से तीस सेकंट अपने काम की बात को रख दिया। इसी तरह अन्य दिनों की बात कर 6 मिनट 16 सेकंट का आडियो बनाकर वायरल किया गया है।