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रतलाम11 मिनट पहले
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- विभिन्न रूटों पर 300 से ज्यादा बसें रहीं बंद
लॉकडाउन के चलते शहर के मुख्य बस स्टैंड, सैलाना बस स्टैंड, बाजना बस स्टैंड, जावरा फाटक और त्रिपोलिया गेट से चलने वाली बसें दूसरे दिन भी बंद रही। जबकि राजस्थान रोडवेज की बस रोज की तरह दौड़ती रही। बांसवाड़ा, मंदसौर, नीमच सभी रूटों से राजस्थान की बसें आईं। रतलाम से सवारियां भी बैठाई गई। जबकि करीब 300 लोकल बसें बंद रही। अब सोमवार सुबह 6 बजे से बसें चालू होगी। शनिवार सुबह 10 बजे सभी बसों को बंद करने के आदेश जारी किए गए।
रतलाम जिले के 10 रूटों पर चलती हैं बसें
जिले में 10 रूटों पर बसें दौड़ती हैं। बस स्टैंडों से 300 से ज्यादा बसों का संचालन रोज होता है। 10 हजार से ज्यादा सवारियां रोज आना जाना करती हैं।
बस मालिकों के साथ दोहरा रवैया क्यों अपनाया जा रहा है
रतलाम जिला बस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुबेंद्रसिंह गुर्जर ने बताया लॉकडाउन से दो दिन से बसें बंद हैं। वहीं आसपास के जिलों से भी एक भी बस नहीं आई। जबकि राजस्थान रोडवेज की बसें चलती रहीं। आखिर ऐसा क्यों। नियम तो सभी के लिए एक समान होना चाहिए। आखिर बस मालिकों के साथ यह दोहरा रवैया क्यों अपनाया जा रहा है। कोरोना के चलते पहले ही छह महीने तक बसें बंद थी। इससे नुकसान हुआ था।
लॉकडाउन : बसें नहीं चलने से बाहर जाने वाले हुए त्रस्त
आम्बा | रतलाम में लॉकडाउन होने के कारण बस स्टैंड से रविवार को यात्रियों को बसें नहीं मिली। इस कारण उनको आने जाने में परेशान हुई। अधिकांश बसें रतलाम से आती है। रतलाम से जावरा 20 से 25 बसें संचालित होती हैं। लॉकडाउन के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्री सत्यनारायण नाहर ने बताया कि मंदसौर जाना था सैलाना से लिफ्ट मांगकर आम्बा तक आया ऐसे में ट्रेन की सुविधा नहीं है और बसें भी नहीं हैं। रेशम बाई ने बताया कि आम्बा आई थीं, जावरा जाना था बस बंद होने के कारण 3 घंटे तक परेशान हो रही हूं।