Podcast: IPL 2021 में नहीं मिलेगा होम ग्राउंड का फायदा, नए खिलाड़ियों का फायदा भी कम, चाहिए नई स्ट्रेटजी | IPL 2021 will not benefited by Home ground due to Covid-19 IPL Podcast Suno Dil Se

Podcast: IPL 2021 में नहीं मिलेगा होम ग्राउंड का फायदा, नए खिलाड़ियों का फायदा भी कम, चाहिए नई स्ट्रेटजी | IPL 2021 will not benefited by Home ground due to Covid-19 IPL Podcast Suno Dil Se


आईपीएल 2021 (IPL 2021) का इंतजार खत्म होने को है. बस दो दिन और फिर 9 अप्रैल को दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीग का आगाज हो जाएगा. यह इत्तफाक ही है कि पिछले साल जब आईपीएल का वक्त आया तो कोरोना वायरस (Coronavirus) शवाब पर था. इस बार भी आईपीएल के नजदीक आते ही कोरोना तेजी से बढ़ने लगा है. हालांकि, बीसीसीआई ने इस बार बायो सिक्योर बबल (Bio-secure Bubble) और अन्य सावधानियों के साथ भारत में ही लीग कराने का फैसला लिया है. लेकिन इस कारण लीग में ऐसी ढेर सारी चीजें हैं, जो पहली बार देखने को मिलेंगी. न्यूज18 के स्पेशल पॉडकास्ट ‘स्पोर्ट्स बुलेटिन- सुनो दिल से’ (Suno Dil Se) में संजय बैनर्जी आईपीएल 2021 पर रोचक जानकारियां लेकर आए हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) कोरोनाकाल में दूसरी बार और कुल 14वीं बार शुरू होने को तैयार है. आईपीएल के पिछले सीजन को हुए अभी 6 महीने ही हुए हैं, लेकिन नए सीजन के लिए हर कोई बेताब है. 9 अप्रैल से 30 मई तक दुनियाभर के क्रिकेटप्रेमी आशा और निराशा के गहरे सागर में गोते लगाएंगे. इन 60 मैचों में रोमांच भी होगा और सस्पेंस भी. नायक खलनायक बनेंगे और अंजान क्रिकेटर आसमान में नए सितारे बनकर उभरेंगे.

पिछली बार लीग यूएई में हुई. उम्मीद थी कि अगली बार जब टूर्नामेंट होगा तो कोरोना (Covid-19) विदा ले चुका होगा और टीमों को उनके होमग्राउंड में खेलने का मौका मिलेगा. आईपीएल के ऑक्शन में इसी उम्मीद के साथ खिलाड़ी भी खरीदे गए. खिलाड़ियों को खरीदते वक्त इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि होमग्राउंड और पिचों पर वह कैसा प्रदर्शन कर सकता है. यह अलग बात है कि कोरोना के कारण जो शेड्यूल बनाया गया है, उसमें कोई भी टीम अपने घरेलू मैदान पर नहीं खेलेगी. यानी घरेलू पिच का फायदा तो बिलकुल नहीं मिलेग. नए खिलाड़ियों की भूमिका भी सीमित हो सकती है. ऐसे में टीमों को नई स्ट्रेटजी के साथ उतरना पड़ सकता है.

इस बार हर टीम सिर्फ 3-3 मैदानों पर अपने ग्रुप मुकाबले खेलेंगी. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि क्रिकेटरों को कम से कम यात्रा करना पड़े. बायो बबल (Bio Bubble) और अन्य सावधानियां भी रखी जा रही हैं. हालांकि, कोरोना वायरस को लेकर हम कम हिप्पोक्रेट नहीं हैं. चुनावी सभा में ज्यादा भीड़ नेता और पार्टी का शान बढ़ाती है और बिना मास्क के कार चलाने वाले व्यक्ति का चालान काट दिया जाता है.

भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद में खेले गए कुछ मैचों में जब दर्शकों को स्टेडियम में प्रवेश दिया गया तो उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा. ज्यादातर दर्शक मास्क मैदान पर इस कोशिश में दिख रहे थे कि वे कम से कम एक बार कैमरे पर आ जाएं. जब दर्शकों का ऐसा प्रदर्शन हो तो फिर खाली स्टेडियम में ही मैच कराने उचित हैं.





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