कोविड सेंटर: शाम 7 बजे भर्ती हुए पिता का दूसरे दिन दोपहर 1 बजे तक बेटा पूछता रहा ‘कैसे है मेरे पिता’

कोविड सेंटर: शाम 7 बजे भर्ती हुए पिता का दूसरे दिन दोपहर 1 बजे तक बेटा पूछता रहा ‘कैसे है मेरे पिता’


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खंडवा3 मिनट पहले

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  • चाय, गर्म पानी, दूध, नाश्ता, खाना, कंबल व मोबाइल देने से परिजनों को रोका

गार्ड साहब, मेरे पिताजी कल शाम से भर्ती है। वह किस हाल में और कहां पर है, मेरी एक बार उनसे बात करवा दो। उन्हें खांसी आ रही थी। इसलिए कल शाम 7 बजे उन्हें अस्पताल लेकर आया था। मैडम ने कहा था इन्हें सारी वार्ड में ले जाओ। वार्ड में शिफ्ट करने के बाद से संपर्क करने का प्रयास कर रहा हूं। उनके पास मोबाइल फोन पर भेजना है ताकि वह हमसे बात कर सके। सुबह से दो बार प्रयास कर चुका हूं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। खांसी सर्दी के बाद सारी वार्ड भर्ती किए गए ग्राम भामगढ़ के लिंबाराम वर्मा की यह कहानी है। उनके पिता भगवानदास शनिवार शाम से भर्ती है। ये पीड़ा सिर्फ लिंबाराम की नहीं है बल्कि 100 से ज्यादा लोगों की है। कोविड सेंटर में भर्ती अपनों से नहीं मिल पा रहे है। रविवार को जिला अस्पताल के कोविड सेंटर के बाहर काफी गहमा-गहमी का माहौल था। अंदर भर्ती लोगों के लिए लोग दुआ कर रहे थे कि वह जल्दी स्वास्थ्य होकर अपनों के बीच आ आए। वहीं कोविड वार्ड की कुव्यवस्था से परेशान लोग यह भी दुआ कर रहे थे कि हे!भगवान किसी दुश्मन को भी यहां भर्ती मत करना। कोविड की अंदर व बाहर की पूरी व्यवस्था निजी कंपनी के सुरक्षा गार्डों के हाथों में सौंप दी है। अंदर के हालात यह है कि यहां कोरोना मरीजों को न तो समय पर गर्म पानी मिल रहा है न चाय, नाश्ता।

भर्ती मरीजों के परिजन बोले…

केस 1 : 24 घंटे बीतने के बाद भी नहीं पहुंची दवा, गोली, चार्जर
इटवा रैयत के नितिन मालवीया को कल भर्ती किया। उनके छोटे भाई आशू मालवीया ने शनिवार सुबह गोली, दवा, मोबाइल मरीज तक पहुंचाने के लिए दिया था। रविवार सुबह तक सामान नहीं पहुंचा। आशू मालवीय ने कहा कि मैं सुबह 10 बजे से यहां परेशान हो रहा हूं। जब मैं सामान लेकर आया तो गार्ड ने कहा था कि मैं आपका सामान पहुंचा दूंगा। अब ये लोग बात करने को तैयार नहीं है।
केस 2 : रिपोर्ट नहीं आई, डॉक्टर दूर से ही देखकर चले जाते हैं
अधिवक्ता मनोज तंवर ने बताया कि मेरे भैया 6 अप्रैल से भर्ती है। उनकी दूसरी रिपोर्ट अब तक नहीं आई। डॉक्टर भी दूर से देखकर चले जाते हैं। मैं उनके लिए गर्म पानी और दूध लेकर आया वार्ड में दूध व पानी की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। दूध-पानी समय पर मिल नहीं पा रहा है। वार्ड के अंदर हमारा मरीज कैसा है, इसका पता ही नहीं चल पा रहा।

केस 3 : 6 दिन से कोई खैर-खबर नहीं, सीधे मुंह बात नहीं करते
ग्राम नांदिया के सुंदरलाल सराठे कोविड वार्ड में 5 अप्रैल काे भर्ती किया। अब तक यह नहीं बताया गया कि वह निगेटिव या पॉजिटिव है। अब तक उनकी कोई खैर-खबर नहीं मिली। वीडियो कॉलिंग भी नहीं हुई। उनके पास मोबाइल पहुंचाया था जो कि दो दिन बाद भी नहीं पहुंचा। कोविड भवन में तैनात सुरक्षा गार्ड को से बात करो तो वह सीधे मुंह बात नहीं करते।

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