कोरोना से मौतों का रिकाॅर्ड अप्रैल में टूटेगा!: प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा 23 सितंबर को 45 मौतें हुईं थी, 12 अप्रैल को 40 लोगों की गई जान

कोरोना से मौतों का रिकाॅर्ड अप्रैल में टूटेगा!: प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा 23 सितंबर को 45 मौतें हुईं थी, 12 अप्रैल को 40 लोगों की गई जान


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Virus Death Toll Update; 40 Killed In 24 Hours As Compare To September

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

भोपाल14 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
  • MP में कोरोना से अब तक 4261 मौत: पिछले 7 दिन में हुईं 188 मौत, सितंबर में यह आंकड़ा 185 था

मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया है। प्रदेश में एक दिन में रिकाॅर्ड 8998 संक्रमित मिलने के बाद एक्टिव केस का आंकड़ा 43 हजार के पार पहुंच गया है। ऐसे में अस्पतालों का सिस्टम कमजोर होता दिखाई दे रहा है। कई अस्पताल ऑक्जीसन की कमी से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि पिछले 24 घंटे में 40 मौत हो गईं। कोरोना की दूसरी लहर में यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। प्रदेश में काेरोना से एक दिन में सबसे ज्यादा 23 सितंबर 2020 को 42 मौत दर्ज की गई थी। इसके बाद 12 अप्रैल 2021 को 40 मौतें हुई। जिस तरह से अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी दिख रही है उससे संकेत दिख रहे हैं कि अप्रैल माह पिछले साल सितंबर में सबसे ज्यादा मौतों का आंकड़ा पार हो जाएगा। वर्तमान में 11,919 मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। इसमें से 7,980 आइसोलेशन बेड पर और 3,939 मरीज ICU में हैं।

कोरोना से मौतों के आंकड़े देखें तो पहली लहर में सितंबर माह संक्रमण पीक पर था। 6 से 12 सितंबर तक 185 मौंते हुई थी। जबकि कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल माह में संक्रमण पीक पर है और 6 से 12 अप्रैल के बीच 188 मौतें हो चुकी है। जानकारों की माने तो हालात सुधरने के फिलहाल कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहे हैं।
भोपाल शहर में 12 अप्रैल को 5 मरीजों की मौत हुई थी। इस दौरान 20 से ज्यादा कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण भगदड़ का माहौल बन गया था। कई अस्पतालों ने तो ऑक्सीजन की कमी बताकर मरीजों को जबरन छुट्‌टी दे दी थी। जबकि एक दिन पहले ही 11 अप्रैल को सरकार ने दावा किया था कि प्रदेश में ऑक्सीजन पर्याप्त है और अगले ही दिन सोमवार को भोपाल में 5 लोगों की ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई।
इंदौर कलेक्टर को धार के प्लांट पर बैठाना पड़े अफसर
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि चार दिन पहले इंदौर में ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाहाकार मचा था। तब कलेक्टर मनीष सिंह ने धार स्थित ऑक्सीजन प्लांट पर इंदौर से अफसर भेजे थे। ये अफसर तब तक प्लांट में डेरा डाले रहे, जब तक ऑक्सीजन के टेंडर इंदौर नहीं भेजे गए। ऐसे में धार और बड़वानी में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने के कारण सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा था। अब ऑक्सीजन की आपूर्ति का सेंट्रलाइज सिस्टम बनाया गया है।

MP मौतों के मामले में 12वें नंबर पर
देश भर में काेरोना से मौतों के आंकड़े देखें तो मध्य प्रदेश 12 वें नबंर पर है। लेकिन जिस तरह से प्रदेश में एक्टिव केस बढ़ते जा रहे हैं और अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी और दवाओं की मारामारी चल रही है, उससे मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। यदि हालात नहीं सुधरे तो मध्य प्रदेश मौतों के मामले में दो पड़ौसी राज्य छत्तीसगढ़ और गुजरात को पीछे छोड़ देगा। बता दें कि कोरोना से छत्तीसगढ़ में 4899 और गुजरात में 4800 मौंते हो चुकी हैं।

खबरें और भी हैं…



Source link