ये कैसा सिस्टम!: रात 2 बजे हुई मौत, अगले दिन शाम 7 बजे मिली एंबुलेंस, अंतिम संस्कार के लिए 17 घंटे इंतजार

ये कैसा सिस्टम!: रात 2 बजे हुई मौत, अगले दिन शाम 7 बजे मिली एंबुलेंस, अंतिम संस्कार के लिए 17 घंटे इंतजार


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भोपाल5 घंटे पहले

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चादर में लपेटकर दे दिया कोरोना मरीज का शव।

  • बुजुर्ग कोरोना पीड़ित महिला की मौत के बाद परेशान होते रहे परिजन

शहर में कोरोना शवों को अस्पताल से विश्रामघाट तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस 17 घंटे बाद मिल पा रही है। जबकि, कहीं कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव परिजनों को बिना पीपीई किट के ही सौंप दिया गया। अंतिम संस्कार के लिए भी परिजन परेशान हो रहे है। दरअसल, सरस्वती नगर निवासी दमोतीबाई को पॉजिटिव होने पर हमीदिया में भर्ती किया था। रात 2 बजे परिजनों को फोन करके बताया गया कि उनकी मौत हो गई है। रात में ही कागजी कार्रवाई पूरी की। बताया गया कि सुबह 10 बजे एंबुलेंस से शव भदभदा विश्रामघाट भेजा जाएगा। शाम 4 बजे भी एंबुलेंस नहीं आई तो एडीएम उमराव मरावी को कॉल किया। एडीएम के दखल के बाद शाम 7 बजे एंबुलेंस पहुंची।

चादर में लपेटकर दे दिया कोरोना मरीज का शव

एलबीएस अस्पताल में हुई कोरोना मरीज का शव चादर में लपेटकर परिजनों को सौंप दिया। ऐसे में परिजन बिना पीपीई किट के ही शव को अंतिम संस्कार के लिए भदभदा विश्रामघाट लेकर पहुंच गए थे।

एक-दूसरे अस्पताल घुमाते रहे, मरीज की हो गई मौत

सुल्तानपुर निवासी शिवराज सिंह (38) की सोमवार सुबह मौत हो गई। 5 दिन पहले डीआईजी बंगला स्थित चिराग चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती किया था। शनिवार रात 11 मील स्थित निर्मल प्रेम अस्पताल पहुंचे, लेकिन सोमवार को मौत हो गई।

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