फायदा: जिले में समर्थन मूल्य से ज्यादा बिक रहा चना

फायदा: जिले में समर्थन मूल्य से ज्यादा बिक रहा चना


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हाेशंगाबाद28 मिनट पहले

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  • किसानों को मंडी में चना बेचने पर 100 से 125 रुपए क्विंटल ज्यादा मिल रहा

जिले में चना मसूर के लिए बनाए गए 16 खरीदी केंद्रों पर सन्नााटा पसरा हुआ है। पिछले दिनों में खरीदी केंद्रों पर कम ही चना खरीदा गया है। जबकि जिले भर में चना मसूर के लिए 10 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। इनमें से महज 30 से 40 किसान ही खरीदी केंद्र पर पहुंचे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह मंडी में ज्यादा भाव मिलना है।

वर्तमान में कृषि उपज मंडी में चने पर समर्थन मूल्य से 100 से 125 रुपए प्रति क्विंटल ज्यादा भाव मिल रहा है। इसलिए किसान मंडी की तरफ रुख कर रहा है। व्यापारी अजय खन्ना का कहना है कि मंडी में किसान को नकद भुगतान होता है। चना और मसूर का समर्थन मूल्य 5100 है।

मंडी में ऊंचे में चना 5125 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। जबकि खराब माल खरीदी केंद्रों पर रिजेक्ट हो रहा है। खरीदी केंद्रों पर एफेक्यू जांच कराने में किसान परेशान होता है वहीं उपज बेचने के बाद उसे 10 से 15 दिनों बाद भुगतान होता है। इसलिए किसान मंडी में आ रहे हैं। मंडी में इस वक्त रोजाना 100 से ज्यादा बोरों की आवक हो रही है। किसानों का कहना है कि मंडी में चने के भाव अच्छे मिल रहे हैं, यहां बेचने में समय की बचत के साथ भुगतान भी तुरंत हो रहा है।

ग्राम फेफरताल के किसान कमल मीणा ने 5125 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से चना बेचा तो वहीं बमूरिया के किसान हरिअाेम राजपूत ने 5125 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बेचा। उन्होंने बताया केंद्र पर ले जाने के लिए उपज की सफाई करनी पड़ती, तेवड़ा का एक एक दाना हटाना पड़ता, लेकिन मंडी में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ा। किसानों ने बताया कि इस समय लॉकडाउन का अंदेशा है, उन्हें पैसों की जरूरत है इसलिए मंडी में ही उपज बेचना फायदेमंद है।
किसानाें ने बेचा चना

  • रामभराेस फेफरताल 20 क्विंटल, प्रमाेद गाैर राेझड़ा 15 क्विंटल, राजेशपुरी चंदला 30 क्विंटल ने गुरुनानक ट्रेडिंग कंपनी काे अपना चना 5125 रुपए क्विंटल में बेचा। – उमेश बसेडिया शर्मा, सचिव मंडी

किसानों को नहीं कोई सुविधा
मंडी में किसानों को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही है। इसका उन्होंने कई बार विरोध भी किया और मांग की इसे व्यवस्थित करें।

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