समझदारी जरूरी: एसडीएम ने कोरोना और लॉकडाउन गाइड लाइन की शपथ और हिदायत देकर छोड़ा

समझदारी जरूरी: एसडीएम ने कोरोना और लॉकडाउन गाइड लाइन की शपथ और हिदायत देकर छोड़ा


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रतलाम7 मिनट पहले

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  • दवा, दूध, सब्जी लेने तो कोई आपात सेवा का पर्चा लगाकर आ गया सड़क पर, 22 को भेजा चलित जेल

जानलेवा हो चुका कोरोना अप्रैल 13 दिन में 30 लोगाें की जान ले चुका है। बावजूद शहरवासी गंभीर नहीं है। उन्हीं को सुरक्षित रखने के लिए लगाए लॉकडाउन में वे बेखौफ सड़कों पर घूम परिवार तक संक्रमण ले जा रहे हैं। चौराहों और प्रमुख सड़कों पर तैनात पुलिस जवान की परेशानी बढ़ गई है। धरपकड़ करने पर कोई सब्जी खरीदने, कोई दूध लाने का बहाना बना रहे हैं। कुछ डॉक्टर का पर्चा या नर्सिंग होम की फाइल आगे कर देते हैं। पुलिस वाले समझा रहे हैं कि दूध व सब्जी मोहल्ले में आएगी लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं। कुछ ऐसे भी है जो नेता या अधिकारियों की बात कराकर निकल रहे हैं। यही वजह है कि लॉकडाउन के पहले दिन शनिवार-रविवार के मुकाबले सोमवार को सड़कों पर ज्यादा भीड़ रही। सबसे ज्यादा चहल पहल घास बाजार तिराहे पर दिखीा। ऐसे में लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए मंगलवार को पुलिस कप्तान गौरव तिवारी ने कमान संभाली। सुबह 11 से 1 बजे तक दो घंटे घास बाजार सहित अन्य चौराहों पर खुद खड़े होकर कार्रवाई की।

लॉकडाउन शहरवासियों के लिए ही है, कोरोना की चेन जितनी जल्द टूटे अच्छा है: एसपी

सायर चबूतरा की तरफ से आ रहे एक बुजुर्ग बहाना बनाकर बचकर निकलने की फिराक में थे। एसपी ने गाड़ी में बैठाया तो कुछ देर बाद उतरकर चलते बने। ध्यान जाने पर जवानों ने दौड़कर पकड़ा और चलित जेल भेजा।

दो दिन से बिगड़ रही थी स्थिति
एसपी ने कार्रवाई की शुरुआत पहले आनंद कॉलोनी और घासबाजार तिराहे से की, जहां चांदनीचौक, सायर चबूतरा और माणकचौक से सड़कें मिलती है। पैदल और वाहनों से गुजर रहे लोगों से पूछताछ शुरू की तो 18 लोग ठीक से जवाब नहीं सके। सबको चलित जेल भेजा। इसके अलावा तोपखाना, शेरानीपुरा, काजीपुरा, जूनी कलालसेरी, हरमाला रोड, सैलाना बस स्टैंड, दो बत्ती पर कार्रवाई हुई। 22 से ज्यादा लोगों को चलित जेल भेजा।

आज से शहर में सख्ती और बढ़ाएंगे
एसपी तिवारी ने बताया बुधवार से चेकिंग में सख्ती करेंगे। सुबह मीटिंग कर नई व्यवस्था बनाएंगे। सबसे ज्यादा घांस बाजार में लोग घूमते मिले। किसी ने दवा खरीदना जाना बताया लेकिन उसके पास प्रिस्क्रिप्शन नहीं था। डॉक्टर का नाम तक नहीं बता पाए। कई लोग पहचान बताने लगे। समान डिलीवरी करने वालों के पास एंटीजन टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं है। सिर्फ बाइक पर आवश्यक सेवा का पेपर चिपकाकर घूम रहे हैं। घूम रहे लोगों के पास आईकार्ड नहीं मिलता है।

मां को वैक्सीन लगवाने ले जा रहे प्रॉपर्टी व्यापारी को रोका, आरोप – पुलिस ने किया दुर्व्यवहार

रतलाम | मां को वैक्सीन लगवाने ले जा रहे प्राॅपर्टी व्यापारी ने पुलिस पर बदतमीजी के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एसपी गौरव तिवारी के सामने ही जवानों ने दुर्व्यवहार किया, धूप में खड़ा करने काे कहा। प्राॅपर्टी व्यापारी थावरिया बाजार निवासी पंकज जोशी (50) है। पंकज जोशी ने बताया मैं अपनी मां चंदादेवी जोशी (86) को वैक्सीन लगवाने ले जा रहा था। कार की पिछली सीट पर बेटा आदर्श जोशी (21) मां को सहारा देने बैठा था। हम सभी ने मास्क लगा रखा था, घासबाजार चौराहे पर एसपी गौरव तिवारी ने हमें रोक लिया। वैक्सीन लगवाने की बात कही तो दुर्व्यवहार करने लगे। कहा आधार दिखाओ… आधार कार्ड मोबाइल में था, जो कि केंद्र पर मान्य है। एसएमएस दिखाने का कहा लेकिन वह टीका लगने के बाद आता है। एसपी के सामने जवानों ने धूप में खड़े रहने काे कहा। कुछ देर बाद नाम-पता लिखकर जाने काे कहा। जानकारी फोन पर कलेक्टर गोपालचंद्र डाड और विधायक चेतन्य काश्यप को दी है। जनता के लिए ही लॉकडाउन – ^ घास बाजार में मैंने ही पंकज जोशी को रोका था। उनके साथ एक अन्य व्यक्ति था, जो अनावश्यक था। वैक्सीनेशन के लिए ना उन्होंने आधार कार्ड दिखाया, ना ही कोई मैसेज। वे अनावश्यक तर्क करने लगे। जनता के लिए ही लॉकडाउन है, समझना होगा। नियमों का पालन करना होगा। वैक्सीनेशन के लिए जाने वाले लोगों को परेशान नहीं किया जा रहा। – गौरव तिवारी, एसपी, रतलाम

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