MP सरकार की नई गाइड लाइन: लॉकडाउन की शादियों में दोनों पक्षों से 20-20 लोग होंगे शामिल, नाई पंडित से लेकर सब होंगे काउंट

MP सरकार की नई गाइड लाइन: लॉकडाउन की शादियों में दोनों पक्षों से 20-20 लोग होंगे शामिल, नाई पंडित से लेकर सब होंगे काउंट


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रीवा3 मिनट पहले

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  • जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया निर्णय

देश प्रदेश में बढ़ रहे कोनोरा के संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने मांगलिक कार्यक्रमों में बंदिशें लगाते हुए बहुत कम सदस्यों में शादी विवाह संपन्न कराने की अपील की है। साथ ही कहा है कि विवाह घरों में मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग आदि नियमों का पालन अनिवार्य रूप से हो। वहीं थर्मल स्क्रीनिंग आदि की व्यवस्था प्रापर तरीके से की जाए। गेट में प्रवेश करते ही अतिथियों को सेनेटाइज कर अंदर प्रवेश दिया जाए। अगर किसी का टंप्रेचर ज्यादा आ रहा है तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने का प्रावधान रखे। अगर सं​बंधित विवाह घरों व पैलेस में कोरोना की गाइड लाइन का पालन नहीं हो रहा है तो महामारी अधिनिम के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहे।

​शादी के पंडालों में दोनों पक्षों से 20-20 लोग करेंगे शिरकत
जिला प्रशासन की पुरानी गाइड लाइन में अभी सिर्फ दोनों पक्षों से 20-20 लोगों के शामिल होने की परमीशन है। जिसमें बधू पक्ष से नाई, पंडित, हलवाई आदि मिलाकर सिर्फ 20 लोग ही शामिल होंगे। वहीं वर पक्ष से बाराती, डीजे, रोड लाइट, नाउ, पंडित आदि मिलाकर 20 लोगों की परमीशन दी गई है। साथ ही पैलेस वालों को जिला प्रशासन को सूचना देनी है। जिसकी एक प्रति संबंधित थाने व स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। साथ ही पैलेस संचालक को सभी के फोन नंबर व पूरा डाटा रखना होगा। मतलब कौन कहां से आया और कहां गया। सबकी जानकारी एकत्र करनी होगी। साथ ही मृत्यू भोज में 20 लोग व अंतिम संस्कार में 20 लोग शामिल हो सकते है।

एक सैकड़ा रीवा में विवाह घर
जिला प्रशासन की मानें तो नए-पुराने छोटे-बड़े विवाह घर मिलाकर रीवा शहर में एक सैकड़ा पैलेसों की संख्या है। कई विवाह घर बिना शासन के पंजीयन से भी चल रहे है। जिनका डाटा प्रशासन के पास नहीं है। उनकी संख्या भी करीब दस से बीस तक हो सकती है। पैलसों में शादियों की बुकिंग की शुरूआत 40 हजार से होकर करीब ढाई लाख तक के पैलेस रीवा शहर मे मौजूद है। हालांकि इसमें सिर्फ पैलेस का किराया शामिल है। बाकी चीजें जैसे कमरा, हलवाई, पानी, स्टॉल, किराना, सब्जी, डेकोरेशन आदि का भुगतान अलग से करना होता है।

21 अप्रैल से तीन महीने बजेगी शहनाई
पंडित मोहन लाल द्विवेदी ने बताया कि 21 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे है। जो लगातार तीन महीने तक चलेंगे। मतलब अप्रैल से शुरू होकर 16 जुलाई तक चलेंगे। अप्रैल माह का पहला मुहूर्त 21 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगा। वहीं मई महीने में 1, 2, 3, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 19 से 24, 26 से 30 मई तक शादियां होगी। इसी तरह जून महीनें में 3, 4, 5, 11, 15 से 26 मई तक शहनाईयां बजेंगी। जबकि जुलाई महीने में 1, 2, 6, 7, 12 से 16 जुलाई तक लगातार रुक रुक कर पंडितों ने मुहूर्त बनाया है।

अब सिर्फ घर के सदस्य ही होंगे शामिल
आपदा प्रबंधन टीम की जो नई गाइड लाइन आई है। उसमे दोनों पक्षों से सिर्फ 20—20 लोगों के शामिल होने की बात रखी गई है। मतलब अब पैलसों में ताम झाम नहीं होगा। सिर्फ दुल्हा दुल्हन और माता पिता सहित नाउ पंडित मिलकर ही शादी कराएंगे। बाकी अन्य सदस्यों के पैलेस के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा। ऐसें में साफ है​ कि जो विवाह घर आने वाले मुहूर्तों के लिए बुक किए गए है। उन पर अब पहले की तरह शादियां नहीं होंगी। ज्यादातर लोग घर से ही नार्मल शादी कर लेंगे।

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