दमोह में उपचुनाव खत्म होने के बाद 19 अप्रैल से 26 तक लॉकडाउन लग गया है.
दमोह (Damoh) में उप चुनाव (Bye election) खत्म होने के साथ ही 19 अप्रैल की रात से 26 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) लागू हो गया है. इस दौरान सभी शैक्षणिक संस्थाएं, बाजार, शराब दुकान बंद रहेंगी. बिना काम के लोगों के घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध रहेगा.
दमोह में 19 अप्रैल की रात से 26 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. इस दौरान सभी शैक्षणिक संस्थाएं, बाजार, शराब दुकान बंद रहेंगी. लोगों के घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध होगा. सिर्फ उन्हीं लोगों को छूट मिलेगी जो अति आवश्यक सेवाओं में होंगे. जैसे मेडिकल स्टोर, किराना होम टू डिलीवरी के लिए, दूध, अखबार मीडिया कर्मी, कांस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूर को छूट रहेगी.
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दरअसल दमोह में 17 अप्रैल को दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ है और उपचुनाव के कारण दमोह में किसी तरह की पाबंदियां नहीं लगाई गई थी. न्यूज़18 ने इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाया था और बताया था कि दमोह में उपचुनाव के साइड इफेक्ट क्या है. दमोह चुनाव में प्रचार करने वाले बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता कोरोना का संक्रमित हो गए हैं.कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बृजेंद्र सिंह राठौर से लेकर बीजेपी नेता हरिशंकर खटीक समेत कई नेताओं के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर को दिखाया था. न्यूज़18 ने इस बात को लेकर भी सवाल खड़े किए थे कि जब पूरे प्रदेश में कोरोना का संक्रमण फैल रहा है ऐसे में दमोह में पाबंदियां क्यों नहीं लगाई जा रही. क्या उपचुनाव कोरोना पर भारी साबित हो रहा है. देर से सही लेकिन दमोह में अब कलेक्टर ने कोरोना कर्फ्यू लागू कर दिया है. लेकिन, ये तब हुआ जब दमोह में कोरोना संक्रमितओं का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ने लगा है. ऐसे में देर से लगाई गई पाबंदियों को रोना बनकर मटकी चयन को तोड़ने में कितना सफल होता है अब यह देखना दिलचस्प होगा.