कांग्रेसियों ने मानी भाजपा मंत्री की बात: तीन दिन में व्यवस्था सुधारने के आश्वासन पर छिंदवाड़ा में कांग्रेस विधायकों का धरना समाप्त; प्रभारी मंत्री ने फोन पर बात कर मनाया

कांग्रेसियों ने मानी भाजपा मंत्री की बात: तीन दिन में व्यवस्था सुधारने के आश्वासन पर छिंदवाड़ा में कांग्रेस विधायकों का धरना समाप्त; प्रभारी मंत्री ने फोन पर बात कर मनाया


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छिंदवाड़ा3 मिनट पहले

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रविवार रात को धरना समाप्त किए जाने के दौरान मौजूद कांग्रेसी।

कोरोना के उपचार में लापरवाही बरतने और व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं होने से खफा कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री और छह विधायकों का धरना रविवार रात को समाप्त हो गया। प्रभारी मंत्री अरविंद भदौरिया ने कांग्रेसियों से फोन पर बात की और तब कही जाकर वे आंदोलन समाप्त करने के लिए माने। कलेक्टर ने तीन दिन में व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया है।

छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस विधायको ने पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से जिले में कोरोना से बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करवाने गांधी प्रतिमा के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की थी। मंत्री की पहल पर ही कलेक्टर व एसपी ने पुलिस कंट्रोल रूम में विधायकों की ओर से पहुंचे पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना और जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे से चर्चा की। उन्हें व्यवस्था बनाने प्रयासरत होने की जानकारी दी। साथ ही तीन दिन के भीतर व्यवस्था बनाकर फिर विधायकों के साथ बैठक करने का आश्वासन दिया, तब जाकर शनिवार दोपहर दो बजे से शुरू होकर करीब 30 घंटे का धरना रविवार रात को समाप्त हुआ। अनिश्चितकालीन धरने पर पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे, परासिया विधायक सोहन वाल्मिक, सौसर विधायक विजय चौरे, अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह, जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके व पांढुर्ना विधायक नीलेश उइके मौजूद रहे।

अंदर की बात… अड़े रहे विधायक और अफसर

कोविड मरीजों के इलाज की सुविधाएं बढ़ाने प्रभारी मंत्री को ज्ञापन व चर्चा के बाद भी सुधार नहीं होने से खफा कांग्रेस विधायकों ने धरना दिया। उन्हें मनाने शनिवार को दो बार एसडीएम व एएसपी धरना स्थल पहुंचे। विधायक प्रोटोकाल के अनुसार सक्षम अधिकारी यानि कलेक्टर से धरना स्थल पर आकर आश्वासन चाह रहे थे। देर रात तक कलेक्टर नहीं पहुंचे। जिससे धरना जारी रहा। नाराज विधायकों ने रात धरना स्थल पर ही गुजारी। रविवार को भी डटे रहे। शाम को प्रभारी मंत्री भदौरिया ने पूर्व मंत्री से फोन पर चर्चा की। फिर कलेक्टर ने चर्चा के लिए ऑफिस बुलाया। बाद में तय हुआ कि चर्चा और कहीं होगी। कलेक्टर घरना स्थल नहीं आए तो विधायक भी उनसे बात करने नहीं गए। बाद में .कंट्रोल रूम में पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना और विश्वनाथ ओक्टे ने पहुंचकर कलेक्टर व एसपी से चर्चा की।

खुले आसमान में दरी पर सोए, चादर ओढ़कर रात गुजारी

जिले में यह पहला मौका था जब आधा दर्जन विधायकों ने एक साथ धरना दिया। बिना पंडाल के शनिवार को धूप में बैठे रहे। रात का भोजन भी वहीं किया। वहीं दरी पर चादर ओढ़कर रात गुजारी। हालांकि तीन पलंग व बिस्तर की व्यवस्था कार्यकर्ताओं ने कर रखी थी। रविवार को भी पूरे दिन विधायक धरना स्थल पर बैठे रहे। जबकि शाम से उन्हें मनाने के प्रयास तेज हुए। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओक्टे का कहा कि कलेक्टर के तीन दिनों में व्यवस्था बनाकर अवगत कराने के आश्वासन पर धरना समाप्त किया है। जनहित में विधायकों और कांग्रेस का संघर्ष आगे भी जारी रहेगा।

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