कोरोना काल में और कितने सितम: बीएमसी में चार डी-फ्रीजर खराब, सड़ गए शव; परिजन का गुस्सा फुटा, फेंके पत्थर, कर्मचारियों को मारने दौड़े

कोरोना काल में और कितने सितम: बीएमसी में चार डी-फ्रीजर खराब, सड़ गए शव; परिजन का गुस्सा फुटा, फेंके पत्थर, कर्मचारियों को मारने दौड़े


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Sagar
  • Four De freezer Corroded, Rotting Carcasses In BMC; Family’s Anger Erupts, Stones Thrown, Run To Kill Employees

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

सागर24 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

कोरोना रिपोर्ट के इंतजार में 12 घंटे तक रखे रहे शव।

  • बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की एक और लापरवाही उजागर, मौत के बाद ऐसी दुर्गति
  • प्रभारी ने पत्र लिखा फिर भी नहीं सुधरे डी-फ्रीजर

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की मरचुरी में अब शव सड़ने लगे हैं। हालात इतने खराब हैं कि पूरा कमरा शवों से भरा पड़ा है। यह स्थिति मरचुरी के डी-फ्रीजर खराब होने से बनी है। यहां 24 घंटे में 20 से ज्यादा शव आ चुके हैं और इन शवों को रखने के लिए सिर्फ चार डी-फ्रीजर हैं। चारों डी फ्रीजर कई दिन से खराब पड़े हैं।

यहां के प्रभारी ने प्रबंधन को पत्र लिखकर नए डी-फ्रीजर देने की मांग की थी लेकिन प्रबंधन ने नए देना तो दूर पुराना भी सुधरवाना जरूरी नहीं समझा। स्थिति यह है कि पूरा कमरा शवों से भरा है और कई शव सड़ने की कगार पर हैं। कोरोना रिपोर्ट के इंतजार में कई शवों को 12-12 घंटे तक रखना पड़ रहा है। सोमवार रात से मंगलवार दोपहर तक यहां 23 शव पहुंच चुके थे। इतना ही शवों को मुक्तिधाम तक पहुंचाने के लिए सिर्फ एक शव वाहन है। जिसके कारण शवों का अंतिम संस्कार करने में दिन-दिनभर लग जाता है।

परिजन का गुस्सा फुटा, फेंके पत्थर, कर्मचारियों को मारने दौड़े

मरचुरी में लोगों ने पथराव किया।

मरचुरी में लोगों ने पथराव किया।

मरचुरी में मंगलवार को अंतिम संस्कार के लिए शव देने में हो रहे विलंब के कारण परिजन आक्रोशित हो गए। परिजन ने पहले मरचुरी में घुसने की कोशिश की। जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका तो पत्थरबाजी कर दी। जैसे-तैसे मौजूद स्टाफ अंदर जाकर छुप गया। इस वजह से स्टाफ बाल बाल बचे। प्रबंधन ने तुरंत इसकी सूचना गोपालगंज पुलिस को दी।

मौके पर वज्र वाहन और पुलिसकर्मी तुरंत बीएमसी पहुंचे, जहां उन्होंने भीड़ को तितर-बितर किया। स्टाफ के मुताबिक सारी वार्ड में मरीज की मौत हुई थी। रिपोर्ट अभी नही आई थी। इस वजह से शव को अंतिम संस्कार के लिए नही दे पा रहे थे। परिवार के लोग शव ले जाने पर अड़े हुए थे और विवाद करने लगे। डीन डॉ. आरएस वर्मा का कहना है कि डी फ्रीजर की जानकारी मेरे संज्ञान में आई है। इसे जल्द सुधरवाया जाएगा।

सहयोग नहीं मिला तो मरचुरी प्रभारी ने दिया इस्तीफा
हर दिन बढ़ते शव, अव्यवस्था, व प्रबंधन का सहयोग न मिलने के बाद शव प्रबंधन में जुटे मरचुरी प्रभारी डॉ. शैलेन्द्र पटेल ने प्रभारी के पद से इस्तीफा दे दिया है।

खबरें और भी हैं…



Source link