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भोपाल11 मिनट पहले
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भोपाल। राजधानी भोपाल में मची इंजेक्शन रेमडिसीवर की हाय तौबा अभी थमी भी नहीं है कि एक और एंटीबायोटिक दवा मरीजों के लिए मुश्किलें लेकर खड़ी हो गई है। लगातार बुखार के मरीजों को प्रिस्क्राइब की जा रही ये महंगी दवा बाजार से गायब हो गई है। जरूरतमंद मरीज इसके लिए भटकते नजर आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक लगातार बुखार से जूझ रहे मरीजों को डॉक्टर्स द्वारा हाई एंटीबायोटिक दवाएं लिखी जा रही हैं। इनमें एक टेबलेट फेबिफ्लू भी शामिल है। 200 से लेकर 800 मिलीग्राम की ये टेबलेट राजधानी की दवा दुकानों पर कुछ दिन पहले तक मौजूद थीं और इसके लिए ग्राहकों का टोटा माना जाता था। 400 मिलीग्राम की इस टेबलेट की एक स्ट्रिप का रेट करीब 2700 रुपए बताया जाता है। महंगी कीमत के चलते और इसके साइड इफेक्ट्स को देखते हुए अधिकतर डॉक्टर इसके प्रिस्क्रिब्शन से बचने की कोशिश करते हैं। लेकिन कोविड के चलते ऐसे मरीज जिनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं है, लेकिन उनको लगातार बुखार बना हुआ है, को डॉक्टर इसके सेवन की हिदायत दे रहे हैं। बताया जाता है कि 2700 रुपए कीमत वाली फेबिफ्लू टेबलेट की बजाए डॉक्टर 800 मिलीग्राम की टेबलेट लेने के लिए कहा जा रहा है।
दवा बाजार से लेकर मेडिकल स्टोर तक पर किल्लत
पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित जफर आलम खान बताते हैं कि उन्हें डॉक्टर ने फेबिफ्लु 800 टेबलेट लेने के लिए कहा है। वे सारा दिन से इसकी तलाश में परिजन, रिश्तेदारों और दोस्तों को इसके लिए दौड़ा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी उन्होंने लोगों से इस टेबलेट के उपलब्ध कराने की गुजारिश की है लेकिन सभी जगह से मायूसी ही हाथ लग रही है।