मप्र के सीधी जिले में मरीज को रेमडेसिविर इंजेक्शन न लगाकर नर्स घर ले गई.
Corona में कालाबाजारी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भी रेमडेसिविर की कालाबाजारी हो रही है. अब जिला अस्पताल की नर्स इंजेक्शन घर ले गई और छुपा दिए. अस्पताल में मरीज तड़पती रही.
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April 24, 2021, 12:20 PM IST
सीधी जिले में भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है. जीवन रक्षक जिन दवाओं को अस्पताल में होना चाहिए, वो अस्पताल में न होकर नर्स के घर रखीं हैं. इससे यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों पर सवाल खड़े होते हैं. मामले का खुलासा तब हुआ जब शर्मिला तिवारी (55) पति सोमेश्वर प्रसाद, बुधवार को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हुई थीं. उनकी हालत खराब होने की वजह से ड्युटी डॉक्टर अविनाश जैन ने फाइल पर लिखा कि मरीज को दोपहर 3 बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाया जाए.
परेशान हुआ अस्पताल स्टाफ और परिजन
इंजेक्शन 3 बजे लगनी थी, लेकिन नर्सों की ड्यूटी खत्म हो गई और आइसोलेशन वार्ड प्रभारी जयललिता अपने घर चली गई. इधर, जब बहुत देर तक मरीज को इंजेक्शन नहीं लगा तो उनका परिजन सोनू तिवारी और अस्पताल का स्टाफ इंजेक्शन के लिए यहां-वहां भटकने लगा. शिकायत CMHO तक भी पहुंची, सबने ढूढा लेकिन इंजेक्शन नही मिली. तब तक मरीज तड़पती ही रही.आइसोलेशन वार्ड प्रभारी बोली- घर आकर ले जाओ इंजेक्शन
इसके बाद रात 12 बजे मरीज के परिजनों को आईसोलेशन वार्ड के वार्डब्वॉय से सम्पर्क करने को कहा गया. वार्ड ब्वॉय ने आईसोलेशन वार्ड की इंचार्ज जयललिता से सम्पर्क किया. पहले तो जयललिता बातों को घुमाती रही, लेकिन बाद में वार्ड ब्वॉय को बोली कि घर आकर रेमडेसिविर इंजेक्शन ले जाओ. वार्ड ब्वॉय और सोनू इंचार्ज जयललिता के घर पहुंचे और जयललिता को साथ में लाकर इंजेक्शन लगवाया. तब जाकर मामले का खुलासा हुआ और सीएमएचओ ने जांच समिति का गठन किया.