जबलपुर में 820 नए संक्रमित मिले: 42 दिन बाद नए संक्रमित से अधिक स्वस्थ्य हुए लोग, उधर, दो कमरे में संचालित सिद्धि विनायक अस्पताल में अब नए संक्रमितों की भर्ती पर लगी रोक

जबलपुर में 820 नए संक्रमित मिले: 42 दिन बाद नए संक्रमित से अधिक स्वस्थ्य हुए लोग, उधर, दो कमरे में संचालित सिद्धि विनायक अस्पताल में अब नए संक्रमितों की भर्ती पर लगी रोक


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जबलपुर26 मिनट पहले

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  • अस्पताल में कोई सुविधा नहीं, मरीज के परिजन छोटे सिलेंडर लेकर पहुंच रहे थे अस्पताल

कोरोना संक्रमण के बीच 24 अप्रैल को राहत की खबर आई। 42 दिन बाद ऐसा हुआ, जब नए संक्रमित से अधिक लोग स्वस्थ हुए। शनिवार को 820 नए संक्रमित सामने आए थे। वहीं 856 लोग स्वस्थ हुए हैं। इसका असर ये हुआ कि रिकवरी रेट में भी पहली बार मामूली सुधार हुआ है। रिकवरी रेट 24 अप्रैल को 80.42 प्रतिशत हो गया।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार 24 अप्रैल को जिले में 820 नए संक्रमितों के साथ कुल संक्रमित 32 हजार 333 पहुंच गया। अप्रैल में कुल संक्रमितों की बात करें तो 13 हजार से अधिक लोग 25 दिनों में संक्रमित हुए हैं। वहीं 856 स्वस्थ हुए लोगों के बाद अब जिले में 26 हजार 4 लोग अब तक कोरोना से जंग जीत चुके हैं। जिले में 13 मार्च से जिले में संक्रमितों की संख्या स्वस्थ होने की तुलना में बढ़ने लगी थी।
प्रशासन के रिकॉर्ड में 7 मौत, 83 का हुआ अंतिम संस्कार
प्रशासन के दावे के मुताबिक शुक्रवार को सात संक्रमितों की मौत हुई। अब तक कुल मृतकों की संख्या 379 पहुंच चुकी है। इससे उलट चौहानी मुक्तिधाम, तिलवारा, बिलहरी व रानीताल कब्रिस्तान में शुक्रवार को 83 शवों का अंतिम संस्कार कोविड गाइडलाइन के अनुसार हुआ। इसमें सभी पॉजिटिव मरीज बताए जा रहे हैं। सस्पेक्टेड की संख्या अलग है।
अस्पतालों में जगह नहीं मिली, तो होमआइसोलेशन की संख्या बढ़ी
जिले में कुल 50 कोविड अस्पताल हैं। कुल 3610 बेड में 3337 भरे हुए हैं। प्रशासन के दावे के मुताबिक 2247 ऑक्सीजन बेड में 2174 भरे हुए हैं। वहीं 1363 आईसीयू बेड में सभी भरे हुए हैं। बावजूद नए संक्रमितों को ऑक्सीजन बेड नहीं मिल पा रहा है। अस्पतालों में जगह न होने की वजह से जिले में मौजूदा समय में 5256 लोग होम आइसोलेशन में हैं। जबकि 1155 सस्पेक्टेड हैं।

जिले में 6771 एक्टिव केस, 49 कंटेनमेंट जोन
जिले में कोराना के एक्टिव केस 6 हजार 771 हो चुकी है। वहीं 49 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। कंटेनमेंट जोन इस बार एक मकान और एक फ्लैट को बनाया गया है। अभी तक एक भी कंटेनमेंट को समाप्त नहीं किया जा सका है। प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन में रहने वालों को सख्ती के साथ कोविड गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दिया है।
दो कमरे में खोल लिया था कोविड अस्पताल
सीएमएचओ डॉक्टर रत्नेश कुररिया, नायब तहसीलदार अधारताल संदीप जायसवाल, मदनमहल थाने की टीम ने शुक्रवार रात को सिद्धि विनायक अस्पताल में दबिश दी। किराए के दो कमरे लेकर इस अस्पताल को संचालित किया जा रहा था। एक भी विशेषज्ञ डॉक्टर यहां नहीं मिले। मरीज के परिजनों को छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करनी पड़ रही थी।

सीएमएचओ डॉक्टर रत्नेश कुररिया और तहसीलदार नायब संदीप जायसवाल कारवाई करने पहुंचे सिद्धि विनायक अस्पताल

देर रात तक प्रशासन की चलती रही कार्रवाई
इसके अलावा भी ढेरों शिकायतें इस अस्पताल की थी। रात में टीम ने खुद यहां की अव्यवस्थाओं को देखा। इसके बाद यहां नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई। नायब तहसीलदार संदीप जायसवाल के मुताबिक कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर उक्त कार्रवाई की गई। अस्पताल की विस्तृत जांच भी की जायेगी।

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