चैत्र पूर्णिमा हनुमान जयंती आज:: नर्मदा घाट रहे सुने, खेड़ापति हनुमान के सोशल डिस्टेंस से हुए दर्शन, शहर में नहीं हुए भंडारे

चैत्र पूर्णिमा हनुमान जयंती आज:: नर्मदा घाट रहे सुने, खेड़ापति हनुमान के सोशल डिस्टेंस से हुए दर्शन, शहर में नहीं हुए भंडारे


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होशंगाबाद15 मिनट पहले

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होशंगाबाद। चैत्र पूर्णिमा के �

  • प्रतिबंध के बावजूद इक्का-दूक्का लोग घाटों पर स्नान करने पहुंचे
  • महामारी के जल्द खत्म करने रामचरित मानस का हुआ पाठ

होशंगाबाद। देशभर में मंगलवार को चैत्र पूर्णिमा हनुमान जयंती मनाई जा रही है। रामभक्त हनुमानजी के जन्मोत्सव धूमधाम से नहीं मनाया गया। हनुमान जयंती पर शहर के खेड़ापति हनुमान सहित अन्य मंदिरों में सामान्य रूप से जन्मोत्सव मनाया गया।

होशंगाबाद। खेड़पति हनुमान का श्रृंगार किया गया।

होशंगाबाद। खेड़पति हनुमान का श्रृंगार किया गया।

कोरोना कर्फ्यू लगे होने से खेड़ापति मंदिर समिति व अन्य मंदिरों के प्रमुखों ने यह निर्णय लिया। कोविड को लेकर किसी भी प्रकार के भंडारें के आयोजन भी नहीं हुए है। वहीं पूर्णिमा पर सेठानी घाट, कोरी घाट सहित घाट सुने पड़े है। प्रशासन द्वारा स्नान करने पर प्रतिबंध लगाया गया। बावजूद कुछ श्रद्धालु नर्मदा घाटों पर स्नान व पूजन पाठ करनें पहुंचे।

पूर्णिमा व अमावस्या पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु करते है नर्मदा स्नान

पंडित गोपाल प्रसाद खड्‌डर ने बताया पूर्णिमा व अमावस्या पर नर्मदा विशेष स्नान करने का महत्व होता है। हमेशा पूर्णिमा व अमावस्या पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु मां नर्मदा में आस्था की डूबकी लगाने आते है। लेकिन वर्तमान में फैली महामारी के कारण स्नान पर प्रतिबंध लगाया गया है। पिछले वर्ष भी चैत्र पूर्णिमा व हनुमान जयंती पर लॉकडाउन की वजह से घाट सुना रहा था।

कोरोना संक्रमण को खत्म करने हुआ राम चरित मानस का अखंड पाठ

मंदिर के पुजारी पप्पी महाराज ने बताया काेराेना के कारण मंदिर में हनुमान ददा का जन्मोत्सव पर बड़े आयोजन नहीं हुए। मंदिर में साेमवार सुबह से काेराेना मरीजाें के स्वास्थ्य की कामना करने और महामारी के जल्द खत्म हाेने के लिए रामचरित मानस का अखंड पाठ शुरू हुआ।

होशंगाबाद। खेड़ापति हनुमान मंदिर में सोशल डिस्टेंस बनाकर श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

होशंगाबाद। खेड़ापति हनुमान मंदिर में सोशल डिस्टेंस बनाकर श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।

जयंती पर सुबह 4 बजे से भगवान का अभिषेक पूजन, महाआरती हुई। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के पाठ करने पर भी प्रतिबंध रहेगा। सोशल डिस्टेंस के साथ श्रद्धालुओं को बाहर से ही दर्शन कराएं जा रहे है।

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