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मुरैना5 घंटे पहले
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हरेन्द्र जाट (फाइल फोटो)
- एक कॉस्टेबल ने आत्महत्या का प्रयास भी किया था
मुरैना जिले के पुलिस महकमे में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा लगता है कि पुलिस के कॉन्स्टेबल वरिष्ठ अधिकारियों से नाखुश हैँ। कारण उनके द्वारा दी जाने वाली प्रताड़ना। यही कारण है, पिछले 17 दिनों में दो आरक्षक ने फांसी लगा ली। इनमें से एक को बचा लिया गया था। अब अन्य आरक्षक ने भी वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
11 अप्रैल 2021 को ट्रैफिक थाने के आरक्षक हरेंद्र जाट ने थाने में फांसी लगा ली थी। पुलिस को मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि उसे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। दिन मामले में 16 दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है।
पुलिस ने नहीं दी सीडीआर रिपोर्ट
हरेंद्र के भाई देवेंद्र जाट ने पुलिस को बताया कि 22 अप्रैल को उसे मुरैना बुलाया गया था। वहां उसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट दे दी गई है, लेकिन सीडीआर रिपोर्ट नहीं दी है, जिससे उसे पता लग सके कि उसके भाई के पास किन-किन लोगों ने फोन किया था। जब जांच अधिकारी एसआई से उन्होंने जांच के बारे में पूछा, तो उन्होंने यह कहते हुए बात टाल दी कि अभी कोरोना चल रहा है, इसलिए जांच नहीं हो पा रही। देवेंद्र जाट ने पुलिस के आला अधिकारियों पर उसके भाई को प्रताड़ित करने वाले अफसरों को बचाने का आरोप लगाया है।

राहुल अटेरिया द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट।

राहुल अटेरिया द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट।
राहुल अटेरिया को नहीं मिला न्याय
राहुल अटेरिया ने भी सुसाइड नोट में आरआई पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सुसाइड नोट में लिखा है, मुझे आरआई द्वारा इतना प्रताड़ित किया जा रहा है कि मैं अपनी जीवन लीला समाप्त करने जा रहा हूं। उसने आरआई पर जातिसूचक शब्दों द्वारा अपमानित करने का आरोप लगाया है। उसने साथियों व परिजनों के लिए लिखा है कि मेरी मौत का बदला जरूर लेना, ये इंसान किसी के बच्चों का दर्द नहीं समझता। इसका भी सुसाइड नोट सामने आया है। जब आरआई ने खुद को फंसता देखा तो तबादला सबलगढ़ करा लिया।
आरक्षक भरत मौर्य ने लगाए आरोप
आरक्षक भरत मौर्य ने बताया कि गैरहाजिरी लगाने पर मैंने आरआई से निवेदन किया था, लेकिन तीन दिन शारीरिक श्रम के बावजूद वापसी नहीं की गई। मैंने एएसपी से शिकायत की थी। इसके बाद आरआई ने मुश्किल में वापसी की। इसके बाद मुझ पर शराब पीने का आरोप लगा दिया। मेडिकल कराने के लिए सैंपल भी नहीं लिया। वर्तमान में वह ग्वालियर में संभागीय गार्ड कार्यालय पर पदस्थ है।
राहुल पर बंदूक छुड़ाने का आरोप, भरत नशे में रहता है
आरआई कृष्णपाल सिंह तोमर ने बताया, राहुल अटेरिया पर साथी आरक्षक की बंदूक छुड़ाने का आरोप था, जिसकी जांच चल रही है। इसी जांच को खत्म कराने उसने आत्महत्या का नाटक किया। बाद में उसके पिता आए थे। उनके आग्रह व राहुल के माफीनामे के बाद हमने कार्रवाई नहीं की। भरत मौर्य के बारे में बताया, भरत मौर्य हमेशा शराब पिए रहता है। हमने चेक कराया था, जांच चल रही है।
अधीनस्थ अधिकारियों के संज्ञान में लाएंगे मामला
मामलों को डीआईजी व एसपी के संज्ञान में लाया जाएगा। आरक्षकों द्वारा फांसी लगाए जाने का मामला गंभीर है। इनकी जांच विभाग द्वारा की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
– मनोज शर्मा, आईजी, चंबल संभाग