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उज्जैन4 मिनट पहले
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- पहली बार 426 डिस्चार्ज, संक्रमण से मौत-0, 262 नए मरीज, दूसरी राहत- उज्जैन जिले में 43 टन ऑक्सीजन उपलब्ध
- उम्मीद-मरीजों का दबाव कुछ कम हुआ, 10 दिन में स्थिति बदलने की भी उम्मीद
कोरोना की एक महीने से चल रही लहर, नए मरीजों के भयावह आंकड़, मौतें, ऑक्सीजन किल्लत के बीच सबसे बड़ी राहत मिली है। शनिवार को उज्जैन जिले में जरूरत से दोगुना से भी ज्यादा ऑक्सीजन का स्टॉक जमा हो गया था। इससे मरीजों की सांसों को राहत मिली। इसके साथ ही पड़ोसी जिलों को भी मदद मिल गई। प्रशासन की तरफ ऑक्सीजन आपूर्ति का काम देख रहे डीआईसी के जीएम एसआर सोनी ने बताया शनिवार को जिले में 43 टन ऑक्सीजन उपलब्ध थी, जबकि जिले की डिमांड 18 टन है।
इस अतिरिक्त ऑक्सीजन को आगर-मालवा व देवास जिले में भेजा जा रहा है। सोनी का मानना है कि अब ऑक्सीजन की उपलब्धता की लगभग यही स्थिति बनी रहेगी। यदि ऐसा है तो यह बड़ी व राहतभरी खबर है। राहत की दूसरी खबर रात में आई। हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 436 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। कोरोना से कोई मौत भी नहीं हुई। नए मरीज 262 मिले हैं। लगातार राहत मिलती दिख रही है और उम्मीद की जा रही है कि 10 दिन के अंदर स्थिति और संभल जाएगी।