पुलिस का कहना है कि लॉकडाउन में तफरी करने निकले लोगों को सबक सिखाने के लिए सख्ती ज़रूरी है.
Indore. पूर्वी क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के मुताबिक इंदौर में जिस तरह के हालात हैं, उसके कारण इतनी सख्ती करना पड़ रही है. लोगों से यही उम्मीद है कि वह पुलिस का सहयोग करें
हिरासत में आया युवक रियल स्टेट कारोबारी है. उन्हें थायराइड और शुगर की बीमारी है. वह जूजू को 5 मिनट के लिए घुमाने घर से निकले थे. पेटा ने की निंदा पुलिस की इस कार्रवाई की पशु प्रेमियों ने निंदा की है. पेटा सदस्य प्रांशु जैन ने कहा पुलिस एक डॉग को कैसे गिरफ्तार कर सकती है. घर नजदीक था तो वह डॉग को घर छुड़वा कर भी उन्हें गिरफ्तार कर सकती थी. पुलिस ने ही एनिमल थाना खुलवाया है. अब वही जानवरों पर अत्याचार कर रही है. पुलिस का बयान हालांकि पुलिस अधिकारियों की यह दलील है कि हमने सिर्फ मालिक को हिरासत में लिया था, श्वान से कोई लेना देना नहीं था. बल्कि यह भी कहा था कि वो परिवार के सदस्य को बुलाकर कुत्ते को उसके सुपुर्द कर दे. सख्ती ज़रूरी पूर्वी क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के मुताबिक इंदौर में जिस तरह के हालात हैं, उसके कारण इतनी सख्ती करना पड़ रही है. लोगों से यही उम्मीद है कि वह पुलिस का सहयोग करें. हालांकि जो सही व्यक्ति होता है उस पर कड़ी कार्रवाई न करते हुए पूछताछ कर छोड़ दिया जाता है.
जनता को संदेश पलासिया थाना प्रभारी संजय सिंह के मुताबिक कारोबारी को घर से दूर उनके पालतू जानवर के साथ पकड़ा गया था. थाने लाकर सांकेतिक तौर पर गिरफ्तार कर उनके हस्ताक्षर करवाकर तत्काल छोड़ दिया गया था. इसके माध्यम से उन्हें और अन्य लोगो को संदेश देने का प्रयास किया गया है,कई बार सड़क पर लोग इसी तरह के बहाने बनाकर घूमते नजर आते हैं.