बालाघाट में नहीं बेड की कमी: 40 बेड क्षमता वाले जिले में अब 500 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्ट के बेड; स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, छात्रावास को भी अस्पताल में बदल दिया

बालाघाट में नहीं बेड की कमी: 40 बेड क्षमता वाले जिले में अब 500 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्ट के बेड; स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, छात्रावास को भी अस्पताल में बदल दिया


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बालाघाट7 घंटे पहले

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ऑक्सीजन सपोर्ट बेड तैयार है। 

बालाघाट भले ही मध्यप्रदेश का छोटा जिला है लेकिन कोरोना के वर्तमान हालात में यहां न तो बेड की कमी है और न ही ऑक्सीजन की। यहां के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और छात्रावास को भी अस्पताल में बदल दिया गया है। इससे मरीजों को राहत है। मार्च में 40 बेड क्षमता वाले बालाघाट में अब 500 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्ट के बेड है।

2012 बैच के युवा IAS दीपक आर्य ने परिस्थितियों को भांपकर ताबड़तोड़ व्यवस्थाएं जुटा ली। पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर है। उपचार के लिए बेड भी 200 बिस्तर का एक नया अस्पताल भी बनकर तैयार है। कलेक्टर बालाघाट दीपक आर्य के अनुसार शुरुआत में यहां पर केस कम थे और हमारी तैयारियां भी उसी तरह की थी। मार्च में हमारे पास कुल 40 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट था लेकिन जैसे ही परिस्थितियां बदलने लगी हमने तेजी से अस्पताल तैयार किए। अब हमारे पास 500 बेड से ऊपर की ऑक्सीजन सपोर्ट की व्यवस्था है। शुरू में मरीजों को जमीन पर लिटाकर भी ऑक्सीजन देनी पड़ी। अब बालाघाट में आवश्यकता से अधिक ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड उपलब्ध है।
निजी चिकित्सकों की ली गई मदद
कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया मरीजों को भर्ती करने के लिए स्थान बनाने के साथ-साथ हमने हमारे मौजूदा स्टाफ के साथ आयुष्य चिकित्सकों को जोड़ा। इसके बाद निजी चिकित्सकों और आईएमए की मदद लेकर भी सरकारी अस्पतालों में निजी चिकित्सकों की सेवाएं ली जा रही है। दूरस्थ क्षेत्र होने के बाद भी बालाघाट में प्रशासन ने बिस्तर और इलाज की व्यवस्था के साथ-साथ ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति भी सुनिश्चित की। इसके लिए मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की मदद ली गई।

निजी चिकित्सकों की भी ली जा रही मदद।

निजी चिकित्सकों की भी ली जा रही मदद।

जल्द शुरू होगा ऑक्सीजन प्लांट
CMHO डॉ मनोज पांडे के अनुसार बालाघाट ऑक्सीजन की कमी से कभी किसी की मौत नहीं हुई। हमारे यहां ऑक्सीजन के पर्याप्त प्रबंध थे। जल्द यहां ऑक्सीजन प्लांट भी शुरू होने जा रहा है। हमने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों से ऑक्सीजन की लगातार सप्लाई सुनिश्चित की है।

118 मरीजों ने कोरोना को हराया, एक्टिव मरीजों की संख्या 820 हुई
06 मई तक की स्थिति में बालाघाट जिले के 169 मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 820 हो गई है। 06 मई को 118 कोरोना पॉजिटिव मरीजों के ठीक हो जाने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी (डिस्चार्ज) दे दी गई है। राहत की बात है कि अब बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो रहे है।
CMHO डॉ मनोज पांडे ने बताया कि बालाघाट जिले में 06 मई 2021 तक कुल 7452 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 6590 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। अब तक 44 मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना पॉजिटिव 820 मरीजों में से 576 को होम आइसोलेशन में रखा गया है। 65 मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन बेड पर रखा गया है। 164 मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई वाले बेड पर और 15 मरीजों को आईसीयू में रखा गया है। अब तक कोरोना टेस्ट के लिए 01 लाख 09 हजार 438 सैंपल लिए जा चुके हैं।
रिपोर्ट: सोहन वैद्य, बालाघाट

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