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जबलपुर29 मिनट पहले
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01 मई को सूरत में नकली फैक्ट्री का हुआ भा भंडाफोड़। तब जबलपुर के सपन जैन का नाम आया था सामने।
गुजरात के मोरबी, सूरत व अहमदाबाद में उजागर रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन का तार जबलपुर से भी जुड़ गया है। गुजरात की मोरबी पुलिस ने जबलपुर के अधारताल क्षेत्र से एक युवक को गिरफ्तार कर ले गई है। आरोपी भगवती फार्मा का संचालक है। उसकी एक दुकान अधारताल तिराहे पर भी है। उधर, इंदौर पुलिस द्वारा गिरफ्तार दो आरोपियों में भी एक जबलपुर का रहने वाला है।
जानकारी के अनुसार गुजरात की मोरबी थाने की पुलिस गुरुवार रात को जबलपुर पहुंची थी। अधारताल पुलिस की मदद से टीम ने आशानगर अधारताल निवासी सपन उर्फ सोनू जैन को गिरफ्तार किया। टीम शुक्रवार को आरोपी को लेकर गुजरात रवाना हो गई। अधारताल टीआई शैलेश मिश्रा के मुताबिक आरोपी सपन जैन के खिलाफ मोरबी थाने में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के कारोबार में शामिल होने का प्रकरण दर्ज है।
एक हजार रुपए में बड़ी संख्या में बेचने का सौदा कर रहे थे
सूत्रों के मुताबिक सपन से पूछताछ में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। आरोपी ने जबलपुर में भी नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचे हैं। दूसरी लहर आने के बाद जब रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची थी, तब आरोपी ने एकमुश्त एक-एक हजार रुपए में इंजेक्शन बेचने का सौदा कर रहा था। कई अस्पताल संचालकों द्वारा इंजेक्शन खरीदने की बात सामने आई है। सपन ने कम समय में ही दवा कारोबार में नई ऊंचाई छू ली थी।

गुजरात की मोरबी थाने की पुलिस ने 01 मई को नकली इंजेक्शन मामले में आरोपियों को दबोचा था।
विक्टोरिया में रेडक्रास की दुकान चला चुका है सपन
आशानगर अधारताल निवासी सपन उर्फ सोनू जैन शहर स्थित कई निजी अस्पतालों में दवा की दुकान का संचालन कर चुका है। विक्टोरिया अस्पताल परिसर में रेडक्रास की दवा दुकान का संचालन भी वह कर चुका है। यातायात थाने के समीप उसकी मेडिकल स्टोर संचालित है। कई फार्मा कंपनियों की वह एजेंसी ले रखा है। अधारताल तिराहे पर भी उसकी ज्वेलरी तथा उसके चाचा की सत्येंद्र मेडिकल नाम से दुकान है।
MP में 1200 नकली रेमडेसिविर की डिलीवरी:इंदौर में 1 हजार और 200 जबलपुर में बेच चुके हैं नकली रेमडेसिविर, सूरत में पकड़ा गिरोह; 17 सौ में बेचते थे इंजेक्शन, यहां 40 हजार तक मेें देते थे
गुजरात में पकड़ी गई है नकली फैक्ट्री
01 मई को गुजरात पुलिस ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। गिरोह के सदस्य नमक, ग्लूकोज मिलाकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करते थे। वहां मोरबी थाने की पुलिस ने सात आरोपियों से 3371 नकली इंजेक्शन और 90 लाख रुपए नकद जब्त किए हैं। आरोपी सूरत में पिंजरत गांव के फार्म हाउस में इसे तैयार करते थे। गुजरात में हुए खुलासे के बाद इंदौर व भोपाल में भी नकली इंजेक्शन से जुड़े लोग पकड़े गए हैं।
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इंदौर पुलिस के हत्थे चढ़ा बिलहरी का रहने वाला
उधर, इंदौर पुलिस ने दो आरोपियों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी मधुवनी बिहार निवासी आनंद झा और जबलपुर के बिलहरी नर्मदा कॉलोनी कृष्णा होम्स निवासी महेश चौहान को गिरफ्तार किया है। आनंद झा जहां 212 मानवता नगर कनाड़िया तो महेश बी -2/4 114 पार्ट 2 नैनोसिटी लसूडिया इंदौर में रह रहा था।
दोनों ने 1200 इंजेक्शन एमपी में बेचने की बात स्वीकार की है। इसमें 200 जबलपुर में बेचने की बात कही है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि गुजरात व इंदौर पुलिस के संपर्क में हैं। वहां से मिले इनपुट के आधार पर यहां भी कार्रवाई होगी।