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- STF Had Done The Deal By Becoming The Brother Of The Patient, The Broker Who Came With 5 Injections From Seoni Was Arrested, He Has Contested The Assembly Elections
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ग्वालियर5 मिनट पहले
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आरोपी कमलेश्वर प्रसाद दीक्षि�
- ग्वालियर स्टेशन पर शनिवार दोपहर किया गया गिरफ्तार
सिवनी से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने आए एक दलाल को STF ने ग्वालियर स्टेशन से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दलाल कमलेश्वर प्रसाद दीक्षित के पास से 5 इंजेक्शन मिले हैं। वह सोशल मीडिया पर इंजेक्शन की कालाबाजारी का रैकेट चलाता है। वह इस इंजेक्शन के लिए बने कई सोशल मीडिया ग्रुप पर जुड़ा है। जैसे ही कोई डिमांड आती है सक्रिय हो जाता है। STF की टीम ने उसे पेशेंट का भाई बनकर अपने जाल में फंसाया है। आरोपी पेशे से वकील है और वर्ष 2018 में सिवनी विधानसभा से विधायक का चुनाव भी लड़ चुका है।
कोरोना आपदा के दौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चरम पर है। असली इंजेक्शन तो छोड़िए नकली इंजेक्शन भी मार्केट में ब्लैक हो रहे हैं। इस आपदा के दौर में कई रैकेट सक्रिय हो गए हैं। जिनके लिए दूरी कोई मायने नहीं रखती है। शनिवार को ऐसे ही एक शातिर दिमाग को STF (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। इसके पास से 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले हैं। अब इनकी जांच की जा रही है कि यह असली है या नकली। पकड़े गए आरोपी की पहचान ग्वालियर से 600 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के सिवनी शहर निवासी कमलेशवर प्रसाद दीक्षित निवासी रघुनाथ कॉलोनी के रूप में हुई है। इनके बारे में बता दें कि यह पेशे से एडवोकेट हैं। इसके खिलाफ धोखाधड़ी, आवश्यक वस्तू अधिनियम, महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

आरोपी से बरामद रेमडेसिविर इंजेक्शन, STF पता लगा रही है कि इसे कहां से मिलते थे इंजेक्शन
ऐसे फंसाया जाल में
- STF इंस्पेक्टर चेतन सिंह बैस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से इस पूरे रैकेट को चला रहे हैं। इस पर उन्होंने फेसबुक पर एक नया अकाउंट बनाया और उसके जरिए एक पेशेंट का भाई बनकर अर्जेंट में रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड का मैसेज छोड़ा। जिस दिन पोस्ट किया उसी दिन एक युवक ने उनसे संपर्क किया। दोनों का मोबाइल नंबर का आदान प्रदान हुआ। इसके बाद बातचीत शुरू हुई। STF ने पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड बताई। साथ ही तत्काल इंजेक्शन चाहिए यह बात भी कही। एजेंट ने 30 हजार रुपए में एक इंजेक्शन देने की बात कही। दोनों पक्षों में डील हो गई। तय समय के अनुसार शनिवार दोपहर कांगो एक्सप्रेस से एजेंट इंजेक्शन लेकर ग्वालियर स्टेशन पहुंचा। यहां जैसे ही उसकी पहचान हुई STF की टीम इंस्पेक्टर चेतन बैस, निरीक्षक संत्यम सिंह, SI अमित पाल, आकाश, ASI भूपेन्द्र, आरक्षक उदय, रवि, अभिषेक, जावेद ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर बैग से 5 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले हैं। अब पता किया जा रहा है कि यह इंजेक्शन कहां से लेकर आया है।
विधायक बनने का सपना टूटा तो करने लगा दलाली
पकड़े गए इंजेक्शन के दलाल 43 वर्षीय कमलेश्वर प्रसाद दीक्षित के बारे में STF को पता लगा है कि यह कभी मध्य प्रदेश विधानसभा भवन में बैठने का सपना देखा करता था। कमलेश्वर ने साल 2018 में सिवनी विधानसभा सीट से सपाक्स की ओर से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। पर उसे सिर्फ 832 बोट ही मिले थे। सिवनी में इसका एक कम्प्यूटर इंस्टीट्यूट भी हैं। पेशे से वह वकील है। पर साल 2020 में लॉकडाउन और साल 2021 में जब उसकी हालत पतली हुई हो वह आपदा में कालाबाजारी पर उतर आया।