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- 90 Tonnes Of Oxygen Will Be Produced Daily In Bina Refinery, 20 Tonnes Will Be Installed In Hospitals, 70 Tonnes Will Be Supplied In The State
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सागर2 मिनट पहले
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बीना रिफाइनरी के पास सिलेंडर रिफिलिंग करने के लिए बन रहा ऑक्सीजन रिफिलिंग स्टेशन।
- बीना में 1000 बेड का अस्थाई अस्पताल बनते ही शुरू हो जाएगी रिफाइनरी से ऑक्सीजन की सप्लाई
- अधिकतम 20 टन प्रतिदिन की अस्पताल में होगी खपत, शेष 70 टन प्रदेश के अन्य अस्पतालों में पहुंचाई जाएगी
भारत ओमान रिफाइनरी लिमिडेट (बीओआरएल) में इस माह से इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट कर मरीजों को सप्लाई की जाने लगेगी। रिफाइनरी में हर रोज करीब 90 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। रिफाइनरी के पास बन रहे 1000 बेड के अस्थाई अस्पताल में प्रतिदिन अधिकतम 20 टन ऑक्सीजन की खपत होगी।
शेष 70 मीट्रिक टन ऑक्सीजन यहां से प्रदेश के अन्य अस्पतालों को सप्लाई की जाएगी। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) ने भी रिफाइनरी को इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट करने का एप्रूवल दे दिया है। 90 टन ऑक्सीजन का प्रोडक्शन होने से सागर से ऑक्सीजन की कमी पूरी तरह खत्म हो जाएगी। वहीं सागर से लगे अन्य जिलों को भी ऑक्सीजन मिल सकेगी।
ऑक्सीजन रिफिलिंग स्टेशन भी बन रहा : बीना रिफाइनरी का क्षेत्र चार जिलों का सेंटर प्वाइंट होने से यहां बनने वाली ऑक्सीजन सागर, विदिशा, अशोकनगर और गुना जिलों में आसानी से व जल्दी सप्लाई की जा सकेगी।
लिक्विड ऑक्सीजन के साथ-साथ सिलेंडर रिफिलिंग करने यहां ऑक्सीजन रिफिलिंग स्टेशन भी बनाया जा रहा है। जो इस माह के अंत तक शुरू हो जाएगा। रिफाइनरी से मिलने वाली ऑक्सीजन की बड़ी मात्रा को इस स्टेशन में स्टोरेज कर यहां से खाली सिलेंडर में रिफिल कर प्रदेश के अस्पतालों में पहुंचाई जाएगी।
1000 बेड को सप्लाई होगी लिक्विड ऑक्सीजन
जिले में कुछ दिन पहले तक कोविड पेशेंट के लिए ऑक्सीजन की किल्लत थी। कलेक्टर दीपक सिंह ने बताया कि तब मुझे पता चला कि रिफाइनरी के पास एक इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन प्लांट हैं। जिससे 90 टन का उत्पादन हो सकता है। इसके बाद ही यहां 1000 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाने का निर्णय लिया और इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में तब्दील करने के लिए एम्स को प्रस्ताव भेजा। अब वहां से एप्रूवल मिल गया है। इसके साथ ही 1000 बेड के अस्थाई अस्पताल में हर बेड तक ऑक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम भी शुरू कर दिया है।
मप्र के लिए बड़ी उपलब्धि
बीना रिफाइनरी से ऑक्सीजन की एक बड़ी मात्रा हमें मिलेगी। इससे पूरे प्रदेश की जरूरत को पूरा किया जा सकेगा। एम्स ने रिफाइनरी की ऑक्सीजन को पेेशेंट को सप्लाई करने की अनुमति दे दी है। 1000 बेड के अस्पताल के लिए हर रोज करीब 10 से 20 टन ऑक्सीजन की खपत होगी। शेष बची हुई ऑक्सीजन प्रदेश के अन्य अस्पतालों को भेजेंगे। यह मप्र के लिए बड़ी उपलब्धि है।
भूपेन्द्र सिंह, नगरीय प्रशासन मंत्री