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सागर2 मिनट पहले
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- सिविल लाइन में राशन लेकर लाैट रहे युवक काे पुलिस ने पकड़ा था
जिले में कई स्थानाें पर अवैध रूप से शराब बिकने के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस की वहां सख्ती नहीं दिख रही। वहीं जब बुधवार की सुबह एक गरीब युवक सुबह 7 बजे परिवार का पेट भरने के लिए गेहूं व साग-सब्जी लेने निकला ताे पुलिस ने उसे पकड़कर बैठा लिया। जब वह देर तक घर नहीं पहुंचा ताे उसका बड़ा भाई सिविल लाइंस वीसी बंगला के पास पहुंचा।
वह भाई काे छाेड़ने के लिए गिड़गिड़ता रहा, लेकिन यहां तैनात एएसआई ने पूरा पुलिसिया राैब दिखाते हुए उसे शासकीय काम में बाधा डालने के जुर्म में गिरफ्तार करने की धमकी दी। अपशब्दाें कहते हुए एएसआई ने उसकी एक न सुनी। उसके भाई का कुसूर इतना था कि वह परिवार के सदस्याें की भूख मिटाने के लिए राशन लेने चला गया था।
एएसआई काे थैले में रखी साग-सब्जी व गेहूं की भरी बाेरी दिखाने पर भी वह नहीं पसीजा। पुलिस ने उससे ऐसा व्यवहार किया जैसे कि उसने किसी का गला काट दिया हाे। माना कि काेराेना की राेकथाम के लिए सख्ती जरूरी है, लेकिन इनकी लाचारी और मजबूरी काे भी जरा समझिए। घटनाक्रम का वीडियाे साेशल साइट्स पर वायरल हाेने के बाद एएसआई के कृत्य पर सवाल उठते रहे। एडिशनल एसपी सिटी विक्रम सिंह ने इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही है। कोरोना कर्फ्यू का पालन करा रहे एएसआई द्वारा राशन लेकर लौट रहे युवक और उसके भाई से दुर्व्यवहार के मामले में मध्यप्रदेश मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग मित्र मुकेश चौरसिया ने बताया कि सोशल साइट्स पर वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए आयोग के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन ने इस मामले में आईजी और एसपी को नोटिस जारी कर 19 मई तक मांगा जवाब मांगा है।