महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में इंग्लैंड दौरे में हुई एक घटना के लिए ICC स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट अवार्ड दिया गया था.
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को एक काम के लिए आईसीसी ने ‘स्पिरिट ऑफ क्रिकेट’ अवार्ड दिया था जो वाकया साल 2011 में भारत-इंग्लैंड सीरीज से जुड़ा था. अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयान बेल (Ian Bell) ने इस पर कहा है कि उनकी ही गलती थी.
ग्रेड क्रिकेटर के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए बेल ने स्वीकार किया कि वह अंपायरों से पुष्टि किए बिना जल्द ही चायकाल के लिए वापस पैवेलियन लौटने लगे थे. उन्होंने कहा, ‘हां, यह काफी दिलचस्प वाकया है. जब मैं वापस लौट रहा था तो शायद मुझे भूख लगी होगी या कुछ और होगा क्योंकि मैं सचमुच सोच रहा था कि गेंद बाउंड्री पार चली जाएगी. अगर चौका लगता तो मैं सुरक्षित भी रहता लेकिन हां, इसके लिए धोनी को दशक का ‘स्पिरिट ऑफ द गेम’ पुरस्कार दिया. यह मेरी ओर से एक गलती थी, ऐसा कभी नहीं करना चाहिए.’
इसे भी देखें, शोएब अख्तर ने टीवी पर शाहिद अफरीदी को क्यों कहा जाहिल, जानिए पूरा मामला बेल ने बाद में 156 रन बनाए और भारत को 319 रन से बड़ी हार झेलनी पड़ी. धोनी को उनके इस काम के लिए आईसीसी स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट अवार्ड से सम्मानित किया गया. अंत में सीरीज भी इंग्लैंड ने जीती और मेहमान टीम भारत को 0-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी.