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इंदौर22 मिनट पहले
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मंत्री तुलसी सिलावट और मंत्री उषा ठाकुर ने गांववालाें से बात की।
- गांव मे बेरिकेडिंग के बाहर से ही ग्रामीणों से चर्चा कर कोरोना के संबंध में ली जानकारी
जिले में कोरोना से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। चाहे शासन हो, प्रशासन हो, जनप्रतिनिधि हो या ग्रामीण जन सभी अपनी-अपनी तरह से प्रयास कर रहे हैं। सभी इसी प्रयास में हैं कि जल्द से जल्द कोरोना की जंग जीती जाए। इसका एक नमूना शनिवार को महू के कुछ गांवों में देखने को मिला। यहां पर ग्रामीणों ने बाहरियों के आवाजाही पर पाबंदी लगा रखी है।
मुख्य मार्ग को बेरिकेडिंग कर रोक दिया है। कड़ाई से जनता कर्फ्यू का पालन कर रहे ग्रामीणों ने मंत्री और कलेक्टर को भी गांव में भीतर नहीं जाने दिया। उन्होंने गांव के मेन गेट पर ही खड़े होकर बात की। ग्रामीणों द्वारा बनाई गई जनता कर्फ्यू की व्यवस्था का मंत्रियों और कलेक्टर ने भी पालन किया और उनके इस प्रयास की सराहना की और कहा कि ऐसी व्यवस्था से ही कोरोना की चैन टूटेगी।
जिले के प्रभारी और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर शनिवार को महू क्षेत्र के दौरे पर रहे। ये सभी महू के ग्राम मलेंडी पहुंचे तो वहां मुख्य मार्ग पर बेरिकेडिंग की हुई थी। ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू के दौरान आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए गांव की सीमा में को बंद कर रखा है और बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। मंत्री जब यहां पहुंचे और ग्रामीणों की इस व्यवस्था का पालन करते हुए गांव के बाहर ही खड़े रहकर ग्रामीणों से बात की और उनके प्रयासों की सराहना की।

मंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे बीमारी को छिपाएं नहीं, इलाज करवाएं।
मंत्री सिलावट ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वह कोरोना से घबराए नहीं सजग और सावधान रहें। लक्षण दिखाई देते ही तुरंत जांच कराएं। पॉजिटिव आने पर आइसोलेशन में रहें। जिनके घरों में रहने की व्यवस्था है, पर्याप्त कमरे हैं, वह घरों में ही आइसोलेशन में रहें। इधर-उधर नहीं घूमें। जिन ग्रामीणों के घर में जगह नहीं है और वह पॉजिटिव हैं, तो वह कोविड केयर सेंटर में जाकर आइसोलेट रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि हर पंचायत स्तर पर कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है। यहां पर भोजन, नाश्ता, चाय, कूलर साफ सफाई आदि की व्यवस्था है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें अस्पतालों में भी भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मरीजों को घर-घर जाकर चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे पूरा सहयोग करें। गांवों को कोरोना मुक्त करने का अभियान ग्रामीणों के हित के लिए ही चलाया जा रहा है।
मंत्री सिलावट और उषा ठाकुर ने अधिकारियों के साथ में गवली पलासिया, कोदरिया, भगवत खेड़ी, सिमरोल आदि गांवों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कोविड से निपटने के लिए की जा रही व्यवस्था को देखा तथा ग्रामीणों से चर्चा कर उन्हें उपलब्ध कराई जा रही है, सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अपने मर्ज को छुपाए नहीं बल्कि शीघ्र बताएं जिससे कि उनका उपचार जल्द कराया जा सके।