नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन : सिटी अस्पताल संचालक मोखा के काले काम में शामिल थीं पत्नी और एडमिनिस्ट्रेटर, दोनों गिरफ्तार

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन : सिटी अस्पताल संचालक मोखा के काले काम में शामिल थीं पत्नी और एडमिनिस्ट्रेटर, दोनों गिरफ्तार


मोखा ने 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे. उसके हर काम में एडमिनिस्ट्रेटर सोनिया शामिल थी.

Jabalpur-सरबजीत मोखा के बेटे हरकरण सिंह की मार्च से मई के बीच में कई बार इंदौर और सूरत में आरोपियों से बातचीत हुई है. यही कारण है कि एसआईटी इस मामले में हरकरण सिंह की सरगर्मी से तलाश कर रही है.

जबलपुर. जबलपुर के नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir injection) मामले में सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत मोखा पर शिकंजा कसता जा रहा है. एसआईटी ने इस मामले में अब मोखा की पत्नी जसमीत और एडमिनिस्ट्रेटर सोनिया खत्री को भी गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. उसके बेटे की तलाश है. अब तक की जांच में पता चला है कि सरबजीत का पूरा परिवार ही कोरोना मरीज़ों की जान से खिलवाड़ कर रहे इस काले धंधे में शामिल था. साक्ष्य छुपाने और जांच में सहयोग न करने का आरोप एसआईटी ने पहले दोनों को नोटिस देकर तलब किया और पूछताछ के बाद देर रात गिरफ्तार कर लिया. अभी मोखा का बेटा हरकरण फरार है. उसकी तलाश में टीम दबिश दे रही है. मोखा दंपति ने नष्ट किये नकली इंजेक्शनइस बीच 19 मई तक एसआईटी द्वारा रिमांड पर लिए गए देवेश चौरसिया से कई अहम खुलासे हुए हैं. मैनेजर सोनिया के बारे में पता चला है कि वह मोखा के हर राज की साझेदार है. एसआईटी ने मोखा की पत्नी जसमीत मोखा और सिटी अस्पताल की मैनेजर सोनिया खत्री को नोटिस देकर शाम को तलब किया था. दोनों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं. सोनिया ने बताया कि 7 मई को आधारताल आशा नगर निवासी सपन जैन की गिरफ्तारी के बाद रात में उसने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन देवेश के माध्यम से ही सरबजीत मोखा के घर भिजवाए थे. मोखा दंपति ने इंजेक्शन नष्ट करने की बात भी सामने आई है. अहम सबूत और बयानों के आधार पर देर रात पुलिस ने मामले में मोखा की पत्नी जसमीत और अस्पताल की एडमिनिस्ट्रेटर सोनिया दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

500 नकली इंजेक्शन का ऑर्डर
पूछताछ में पता चला है कि सरबजीत मोखा ने 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मंगवाए थे. इसमें सपन जैन ने 465 इंजेक्शन मोखा को दिए और 35 इंजेक्शन अपने पास रख लिए थे. इसमें से कुछ इंजेक्शन के वायल आदि जब्त किए गए हैं. जबकि मोखा के बेटे हरकरण सिंह की मार्च से मई के बीच में कई बार इंदौर और सूरत में आरोपियों से बातचीत हुई है. यही कारण है कि एसआईटी इस मामले में हरकरण सिंह की सरगर्मी से तलाश कर रही है. ये बात भी सामने आई है कि हरकरण ने धनवंतरी नगर में रहने वाले अपने एक दोस्त की आईडी का इस्तेमाल करके नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन इंदौर से ट्रांसपोर्ट के ज़रिए जबलपुर बुलवाए थे.







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