इंदौर के मुक्तिधाम में अस्थि अवशेषों का अंबार.
MP News : जीते जी जो इलाज, ऑक्सीजन या बेहतर स्वास्थ्य का इंतज़ार करते रहे, देह त्यागने के बाद उनकी अस्थियां अपनों का इंतज़ार कर रही हैं. मुक्तिधाम के संग्रहालय में इसी तरह कलश बढ़ते गए तो अतिरिक्त व्यवस्था करना पड़ सकती है.

इंदौर के मुक्तिधाम में अस्थि कलशों का संग्रह बढ़ता जा रहा है.
कोरोना के हालात हैं ज़िम्मेदार! मुक्तिधामों में बढ़ रही अस्थि कलशों की संख्या के पीछे साफ तौर पर महामारी के कारण बने हालात माने जा सकते हैं. इनमें से कुछ स्थितियों से इनकार नहीं किया जा सकता. * अव्वल तो मृतकों के परिजनों को बीमारी का डर है इसलिए वो कलश लेने नहीं आ रहे.
* लंबे रूट की यात्राएं फिलहाल रद्द हैं इसलिए इनका विसर्जन विधि विधान से अभी हो नहीं सकता. * अस्थि ग्रह की देखभाल करने वाले शिवनारायण भावसार की मानें तो कई बार लोग पारिवारिक विवादों के चक्कर में अस्थियां लेना भूल जाते हैं. * कर्मचारियों के मुताबिक जनता कर्फ्यू के हालात के चलते अस्थियां एकत्रित नहीं किए जा रहे. ये भी पढ़ें : इंदौर की स्वास्थ्य अधिकारी का ड्राइवर ही ब्लैक में बेच रहा था रेमडेसिविर, गिरफ्तार भावसार ने न्यूज़18 से बातचीत करते हुए यह भी बताया कि कुछ अस्थि कलश तो 10 से 15 सालों से भी अस्थि ग्रह में रखे हुए हैं, जिन्हें लेने कोई नहीं आया. 26 सालों से मुक्तिधाम में काम करने वाले भावसार के मुताबिक यहां अस्थियों को सालों साल रखा जाता है, ऐसा कोई तय नियम नहीं है कि कब तक रखा जाएगा.