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Panna Sultana Bulbul: पन्ना के जंगलों में दिखा दुर्लभ दूधराज पक्षी, जिसे सुल्ताना बुलबुल भी कहा जाता है. अपनी रिबन जैसी पूंछ और हवा में शिकार करने की कला से यह पक्षी बना जंगल की शान. पढ़िए पूरी खबर.
हाइलाइट्स
- सुल्तान बुलबुल पन्ना में वापस आया.
- यह पक्षी हवा में ही शिकार करता है.
- दूधराज जैव विविधता बनाए रखने में अहम है.
घने जंगलों की चुप्पी को तोड़ते हुए एक सुंदर, तेज और दुर्लभ पक्षी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. दक्षिण पन्ना वनमंडल के कल्दा वन परिक्षेत्र में ‘सुल्ताना बुलबुल’ या ‘दूधराज’ (Indian Paradise Flycatcher) की झलक मिलना प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं. यह पक्षी हवा में ही शिकार करने की अपनी विलक्षण कला और लंबी रिबन जैसी पूंछ के कारण खासा चर्चित है.
सौंदर्य और संतुलन का प्रतीक दूधराज
राजकीय पक्षी के रूप में प्रसिद्ध दूधराज जंगलों में कीड़ों का नियंत्रण कर जैव विविधता बनाए रखने में अहम योगदान देता है. गर्मियों में जब यह अपनी लंबी सफेद पूंछ लहराते हुए उड़ता है, तो मानो जंगल में जीवन संगीत बहने लगता है.
हवा में ही करता है शिकार
दूधराज की सबसे खास बात है कि यह उड़ते हुए कीड़े-मकोड़े, तितलियां, और मक्खियां पकड़ लेता है. इसकी फुर्ती और बैले डांस जैसी उड़ान देखना किसी नृत्य की प्रस्तुति जैसा लगता है. मार्च से जुलाई तक इसका प्रजनन काल होता है, जब यह शांत और सुरम्य स्थानों पर घोंसला बनाता है.
पन्ना का तापमान 4 से 45 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, जो पक्षियों के लिए अनुकूल आवास प्रदान करता है. यही कारण है कि दूधराज जैसे दुर्लभ पक्षी बार-बार इस क्षेत्र में लौटते हैं. इसकी उपस्थिति इस बात का संकेत है कि पन्ना का पारिस्थितिक तंत्र स्वस्थ और संतुलित है.