मुरैना जिले के जौरा कस्बे में इस बार जून की बारिश ने ऐसा नजारा दिखाया जो स्थानीय लोगों के मुताबिक पहले कभी नहीं देखा गया। 27 जून को हुई मामूली वर्षा के बाद चंद्रशेखर आजाद रोड, पुरानी तहसील मार्ग और हनुमान मंदिर क्षेत्र जलभराव से भर गए। कई इलाकों में
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जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं दिखी। सबसे ज्यादा परेशानी हनुमान मंदिर क्षेत्र में हुई, जहां पानी देर शाम तक जमा रहा। राहगीरों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। यह हालात उस वक्त बने जब बारिश केवल कुछ मिलीमीटर ही हुई थी।
नपा ने नाले साफ नहीं कराए, लोग बोले- काम सिर्फ कागजों पर स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर पालिका ने मानसून से पहले नालों की सफाई केवल कागजों पर की। पहली ही बारिश में व्यवस्था की पोल खुल गई। लोग चिंता जता रहे हैं कि अगर तेज बारिश हुई तो हालात और भी बिगड़ सकते हैं।
सफाई के अभाव में सड़क पर भरा पानी
अब तक औसत से अधिक हुई बारिश 1 जून से 27 जून तक मुरैना जिले में औसतन 163.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पिछले साल इस अवधि में केवल 56.7 मिमी वर्षा हुई थी। यानी इस बार अब तक सामान्य से कहीं अधिक बारिश हो चुकी है।
अधीक्षक भू-अभिलेख के अनुसार, इस अवधि में मुरैना तहसील में सबसे अधिक 201.6 मिमी, पोरसा और सबलगढ़ में 201 मिमी, जौरा में 153 मिमी, कैलारस में 145 मिमी और अम्बाह में सबसे कम 79.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

सड़क किनारे गंदगी
24 घंटे में मुरैना में 21 मिमी बारिश
पिछले 24 घंटे की बाद करे तो मुरैना में 21.2 मिमी, जौरा में 7 मिमी और अम्बाह में 5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि कैलारस, पोरसा और सबलगढ़ में बारिश नहीं हुई।

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