Unbreakable Cricket Record: क्रिकेट के खेल को यूं ही अनिश्चितताओं का खेल नहीं कहा गया है. कुछ दिग्गज क्रिकेटर्स ने अपने कारनामों से इस परिभाषा को साबित भी किया है. मॉडर्न क्रिकेट में कई रिकॉर्ड्स हर दिन ध्वस्त हो रहे हैं, लेकिन हम आपको क्रिकेट का ऐसा चमत्कार बताने जा रहे हैं जिसमें 3 दिन तक गेंदबाज विकेट की भीख मांग रहे थे. पिछले 19 सालों से दुनिया की कोई भी टीम के खिलाड़ी इस रिकॉर्ड के आस-पास भी नहीं दिखे. इंटरनेशनल क्रिकेट में यह रिकॉर्ड 100 साल भी अमर रह सकता है.
कोलंबो के मैदान पर रनों की सुनामी
साल 2006 था और कोलंबो का मैदान इस अमर रिकॉर्ड का गवाह बना. श्रीलंका और साउथ अफ्रीका की टीमें एक दूसरे को टक्कर देने मैदान में उतरी थीं. साउथ अफ्रीका ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. एबी डिविलियर्स की फिफ्टी के दम पर प्रोटियाज टीम जैसे-तैसे स्कोरबोर्ड पर 169 रन लगाने में कामयाब रही. मुरलीधरन और फर्नाडो ने 4-4 विकेट झटके. लेकिन जिस मैदान पर अफ्रीका बल्लेबाज फुस्स थे उसी पर एक पारी के बाद रनों की सुनामी आ गई.
624 रन की रिकॉर्ड पार्टनरशिप
हम बात कर रहे हैं उस मुकाबले की जब टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सबसे भारी पार्टनरशिप देखने को मिली. श्रीलंका ने अफ्रीका के खिलाफ पहले ही दिन 10 रन के भीतक अपने ओपनर्स को खो दिया. इसके बाद कुमार संगाकारा और कप्तान महेला जयवर्धने मैदान में उतरे. पहले दिन के खेल तक शतकीय पार्टनरशिप हुई और दोनों के नाम फिफ्टी थी. लेकिन असली पिक्चर दूसरे दिन देखने को मिली.
दूसरे दिन डबल सेंचुरी का ‘डबल अटैक’
दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ और श्रीलंका के दोनों दिग्गज मैदान में खूंटा गाड़कर खड़े थे. लंच, ड्रिंक्स सब हुआ, लेकिन हर ब्रेक के बाद अफ्रीकी गेंदबाज विकेट की भीख मांगते नजर आए. स्पिन, फास्ट, स्विंग सारी शक्तियां इनके सामने फेल नजर आईं. दोनों दिग्गजों ने दूसरे दिन डबल सेंचुरी ठोकी. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक संगाकारा 229 जबकि जयवर्धने 224 रन पर नाबाद रहे.
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तीसरे दिन ट्रिपल सेंचुरी का डंका
तीसरे दिन ट्रिपल सेंचुरी का डंका बज चुका था. दोनों बल्लेबाजों ने 250 ज्यादा रनों का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन एंड्रयू हॉल की रिवर्स स्विंग पर संगाकारा अपना विकेट 287 के स्कोर पर गंवा बैठे. लेकिन दूसरे छोर पर खड़े महेला जयवर्धने ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनके दिमाग में ब्रायन लारा के 400 रन की गूंज मानों बैठ चुकी थी. लारा के रिकॉर्ड पर जयवर्धने की ट्रिपल सेंचुरी के बाद ग्रहण लगा ही था कि 374 के स्कोर पर एंड्रे नेल ने उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. भले एक ट्रिपल सेंचुरी से चूका जबकि दूसरा 400 रन के रिकॉर्ड से लेकिन पार्टनरशिप का महारिकॉर्ड कायम हो चुका था. दोनों ने अपनी पारियों में मिलाकर 78 चौके लगाए जबकि जयवर्धने ने 1 छक्का भी लगाया. 624 रन की पार्टनरशिप का रिकॉर्ड मानों अमर ही हो चुका है.