Burhanpur: सरकारी स्कूल कैसे बन गया तबेला? जमीन दान करने वाली महिला ने कलेक्टर को बताई बड़ी बात

Burhanpur: सरकारी स्कूल कैसे बन गया तबेला? जमीन दान करने वाली महिला ने कलेक्टर को बताई बड़ी बात


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Burhanpur News: बुरहानपुर में 1960 में जहां स्कूल चलता था, आज वहां तबेला चल रहा है. जमीन दान देनी वाली शकुंतला देवी ने कलेक्टर से शिकायत की और ये बात कही…

हाइलाइट्स

  • शकुंतला देवी ने स्कूल के लिए जमीन दान की थी
  • अब वहां भैंसों का तबेला चल रहा है
  • कलेक्टर ने जांच का आश्वासन दिया

बुरहानपुर: साल 1960 में बुरहानपुर की इस जगह पर पूरे गांव के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते थे, लेकिन आज वहां भैंसों का तबेला है. बसाड़ गांव का ये मामला बेहद चौंकाने वाला है. यहां शकुंतला देवी ने स्कूल के लिए जमीन दान में दी थी. यहां बने स्कूल में करीब 100 से अधिक बच्चे पढ़ाई करते थे. लेकिन, भवन जर्जर हो गया और स्कूल बंद. इसके बाद गांव के एक व्यक्ति ने यहां अतिक्रमण कर भैंसों का तबेला बना लिया.

अब लोगों ने प्रशासन से शिकायत की है. उनका कहना है कि यहां फिर से स्कूल शुरू किया जाए, ताकि बच्चों का भविष्य सुधर सके. बसाड़ गांव की जमीन दान देने वाली शकुंतला देवी और गांव के लोगों ने बताया कि 1960 में उन्होंने यह जमीन सरकारी स्कूल को दान में दी थी. यहां कक्षा 1 से 5 तक का संचालन होता था और आसपास के गांव के विद्यार्थी भी पढ़ने आते थे. कई कार्यक्रम आयोजित होते थे, जिनमें शकुंतला देवी को मुख्य अतिथि भी बनाया जाता था.

यहां सरकारी स्कूल बने…
लेकिन, जब भवन जर्जर हो गया और टूट गया. एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया. अब वहां भैंसों का तबेला चल रहा है, इसलिए गांव के लोग चाहते हैं कि यहां फिर से सरकारी स्कूल बने. क्योंकि जमीन सरकारी स्कूल के लिए ही दान में दी गई थी. सरकारी दस्तावेजों में भी यह दर्ज है.

कलेक्टर ने दिया ये आश्वासन
इस पूरे मामले पर जब कलेक्टर हर्ष सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने शिकायत की है. हम इसकी जांच करवा रहे हैं और जल्द ही इसका निराकरण किया जाएगा.

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सरकारी स्कूल कैसे बना तबेला? जमीन दान करने वाली महिला ने DM को बताई बड़ी बात



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