GK: बिना पानी के कितने दिनों तक जिंदा रह सकता है इंसान?

GK: बिना पानी के कितने दिनों तक जिंदा रह सकता है इंसान?


GK, General Knowledge: हाल ही में राजस्‍थान के जैसलमेर की घटना से सबको झकझोर कर रख दिया.यहां के रेगिस्तान में सूरज की तपिश और रेत के तूफान के बीच एक पाकिस्तानी जोड़े की लाश पाई गई.पुलिस की जांच में पता चला कि पानी की कमी और डिहाइड्रेशन ने उनकी जान ले ली. जैसलमेर का तापमान 40 डिग्री के पार कर जाता है.अगर उनके पास एक बोतल पानी भी होता,तो शायद ये कहानी कुछ और होती.पानी वह चीज है जो इंसान को जिंदा रखती है.इसके बिना जिंदगी की कल्पना भी नामुमकिन है. हमारे शरीर का 70 फीसदी हिस्सा पानी से बना है और ये पानी हर पल हमारे शरीर को चलाने का काम करता है, लेकिन क्या होता है जब ये पानी खत्म हो जाए? बिना पानी के इंसान कितने दिन जिंदा रह सकता है, और ये प्यास कितनी खतरनाक हो सकती है?

Importance of Water in our daily life: शरीर के लिए कितना जरूरी है पानी? 

हमारा शरीर पानी के बिना कुछ भी नहीं. ये पसीने से लेकर खून तक हर चीज में काम आता है. शरीर का तापमान ठीक रखना, खाना पचाना, जहरीले पदार्थों को बाहर निकालना और ऑक्सीजन को शरीर में पहुंचाना-ये सब पानी के बिना रुक जाता है.नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक 70 किलो के इंसान के शरीर में करीब 42 लीटर पानी होता है यानी पानी हमारे शरीर का आधार है. लेकिन जब ये आधार हिल जाता है, तो जिंदगी पल-पल डगमगाने लगती है.

Functions of water in the body: बिना पानी के पहले दिन क्‍या होगा?

कल्पना कीजिए आप बिना पानी के एक दिन बिताते हैं. पहले दिन से ही शरीर को इसकी कमी महसूस होने लगती है.मुंह सूखता है,गला रेगिस्तान सा लगता है और थकान शरीर को जकड़ लेती है.एक समय ऐसा आता है जब शरीर कहता है बस पानी मिल जाए,लेकिन अगर पानी न मिले तो बात सिर्फ प्यास तक नहीं रहती. पहले दिन की सुस्ती धीरे-धीरे जानलेवा बनने की राह पर चल पड़ती है. गर्मी हो जैसे राजस्थान का रेगिस्तान तो ये हालत और तेजी से बिगड़ती है, क्योंकि पसीने से शरीर का पानी तेजी से निकलता है.

तीन दिन तक रह सकते हैं जिंदा

कहते हैं कि आम इंसान बिना पानी के 3 दिन तक जिंदा रह सकता है,लेकिन ये हर इंसान के लिए अलग हो सकता है-उम्र, सेहत, वजन, और मौसम के हिसाब से. तीसरे दिन तक शरीर के कई अंग हार मानने लगते हैं. किडनी और लिवर फेल होने लगते हैं, खून गाढ़ा हो जाता है और ब्लड प्रेशर इतना गिर जाता है कि इंसान बेहोश हो सकता है. अगर हालात और खराब हुए तो ये प्यास मौत की वजह बन सकती है. गर्म मौसम में जहां पसीना शरीर को और सुखा देता है ये खतरा और बढ़ जाता है.

हर इंसान की अलग जरूरत

पानी की जरूरत हर इंसान की अलग होती है.जो लोग फल,सब्जियां या जूस लेते हैं.उनके शरीर को कम पानी चाहिए क्योंकि इन चीजों में पानी होता है, लेकिन जो लोग सूखा खाना जैसे ब्रेड या अनाज, खाते हैं,उन्हें ज्यादा पानी चाहिए. उम्र, वजन, और एक्टिविटी भी इस पर असर डालती है. मिसाल के तौर पर एक जवान इंसान शायद 3-4 दिन बिना पानी के रह सकता है,लेकिन बच्चों या बुजुर्गों के लिए ये और मुश्किल है. अगर किसी को दस्त या उल्टी हो रही हो तो शरीर का पानी और तेजी से खत्म होता है और हालत जल्दी बिगड़ सकती है.

पानी की कमी से क्‍या-क्‍या हो सकता है?

बिना पानी के शरीर में जहर जमा होने लगता है.किडनी जो शरीर से जहरीले पदार्थ निकालती है वह काम करना बंद कर देती है. इससे खून में जहर फैलने लगता है और धीरे-धीरे सारे अंग फेल होने लगते हैं. शरीर का तापमान बेकाबू हो जाता है क्योंकि पसीना बनना बंद हो जाता है.खून का दबाव गिरने से बेहोशी या मौत तक हो सकती है. ये सब इतनी तेजी से होता है कि इंसान को संभलने का मौका भी नहीं मिलता.

सबक: पानी को हल्के में न लें

जैसलमेर की घटना एक सख्त सबक है कि पानी को कभी हल्के में न लें. चाहे आप शहर में हों या रेगिस्तान में पानी के बिना जिंदगी सिर्फ कुछ दिनों की मेहमान है.अगली बार जब आप बाहर निकलें, तो अपनी बोतल भरना न भूलें, क्योंकि प्यास सिर्फ तड़पाती नहीं बल्कि जिंदगी भी छीन सकती है.



Source link