जबलपुर. बुजुर्गों ने कहा है…अपनी संपति को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए, इसे कभी सार्वजनिक नहीं करना चाहिए. लेकिन, आज कल दिखावे के दुनिया है. लोग एक-दूसरे अपनी ताकत-रुतबा दिखाने में लगे रहते हैं. कुछ तो ऐसे हैं, जिनके पास उतना नहीं होता, जिससे ज्यादा का दिखावा वे कर देते हैं. कुछ इसी तरह की आदत एक शिक्षक की जान की दुश्मन बन गई. अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करना, उसकी मौत का कारण बन गया. एक वायरल रील से एक लुटेरी दुल्हन ने शिक्षक से लूट की साजिश कर उसे सजा ए मौत दे दी.
प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा आपने सुनी होगी या फिर सोशल मीडिया में उनकी रील देखी ही होगी. अनिरुद्धाचार्य महाराज अपनी कथाओं के दौरान लोगों के सवालों का जवाब भी देते हैं. हाल ही में मई महीने में अनिरुद्धाचार्य महाराज की जन्मस्थली जबलपुर के रिमझा गांव में भागवत कथा का आयोजन हुआ. इसमें आसपास के लोगों ने उनके सामने अपने सवाल रखे.
महाराज से शादी न होने की बताई थी बात
वहीं, मझौली थाना क्षेत्र के पड़वार गांव के रहने वाले 45 साल के एक शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी ने भी अपनी शादी नहीं होने की समस्या अनिरुद्धाचार्य महाराज के सामने रखी. अपनी जमीन-जायदाद का विवरण भी सार्वजनिक कर दिया. शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी ने बताया था कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है, लेकिन उनकी शादी नहीं हो पा रही है. इसके बाद अनिरुद्धाचार्य महाराज और इंद्र कुमार तिवारी के बीच हुई बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ. इस रील ने बहुतों का मनोरंजन किया, लेकिन उस लुटेरी दुल्हन को लूट का आइडिया दे दिया.
ये वायरल वीडियो शादी करने के इच्छुक लोगों को लूटने वाले एक गिरोह के पास पहुंचा. मृतक के चचेरे भाई हरिशंकर तिवारी ने बताया, वीडियो देखने के बाद लुटेरों ने इंद्र कुमार तिवारी से संपर्क किया. उनकी शादी करवाने की बात करते हुए लड़की की फोटो भेजी. शादी फिक्स करवाकर इंद्र कुमार को यूपी के गोरखपुर बुला लिया. करीब 15 दिन बाद इंद्र कुमार अपनी जमीन गिरवी रखकर सोने-चांदी के कुछ जेवरात और कैश लेकर गोरखपुर पहुंचे. इसके बाद लुटेरे गिरोह ने एक लड़की से इंद्र कुमार की झूठी शादी करवाते हुए उनसे जेवरात और कैश लेने के बाद 6 जून को कुशीनगर में इंद्र कुमार की हत्या करके शव को फेंक दिया.
हिंदू बनकर मुस्लिम युवती ने रचाई थी शादी
दरअसल, शिक्षक की हत्या मुस्लिम युवती ने हिंदू बनकर की थी. युवती का नाम शाहिदा बानो है, लेकिन अपनी पहचान छिपाकर युवती ने शिक्षक को अपना नाम खुशी तिवारी बताया था. इतना ही नहीं, फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया था. जहां शिक्षक को अपने प्रेम जाल में फंसाया और शादी करने के बाद सुहागरात का कहकर गांव ले गई. अपने प्रेमी के साथ मिलकर शिक्षक की बेरहमी से हत्या कर दी.
2 जून को घर से निकले इंद्रकुमार से 5 जून के बाद चचेरे परिजनों से कोई संपर्क नहीं हुआ तो चचेरे भाई ने मझौली थाने में इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मझोली पुलिस भी इंद्र कुमार की तलाश में लगी रही. माता-पिता के देहांत के बाद इंद्र कुमार अपने घर में अकेले थे इसलिए वे घर में ताला लगाकर चाबियां अपने साथ ले गए थे.
हत्या करने के बाद आरोपी घर पहुंचा
एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया, इंद्र कुमार की हत्या करने के बाद हत्याकांड का मुख्य आरोपी कौशल गोंड घर की चाभी लेकर पड़वार गांव भी पहुंचा. जहां संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर ग्रामीणों द्वारा पूछताछ करने पर वह गांव से भाग निकला. पूरे मामले में जब यूपी के कुशीनगर पुलिस को इंद्र कुमार की बॉडी मिली और जेब में मिले दस्तावेजों के आधार पर मझोली पुलिस से संपर्क करने के बाद इंद्र कुमार की पहचान हुई. मझोली पुलिस भी कुशीनगर पहुंची. मामले में अब तक यूपी पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी कौशल गोंड और साहिबा बानो को गिरफ्तार कर लिया है. वारदात में दो अन्य लोग भी शामिल थे, जिनकी तलाश यूपी पुलिस द्वारा लगातार की जा रही है.
पूरे मामले ने जबलपुर पुलिस ने बताया, यह एक गिरोह है, जो शादी करने के इच्छुक लोगों को अपना शिकार बनाता था. उन्हें बुलाकर कैश और जेवरात लूटने का काम करता था. साथ ही पुलिस इस बात को भी मान रही है कि कहीं न कहीं अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करना और वीडियो वायरल होने के कारण इंद्र कुमार आरोपियों की नजर में आए और उनका शिकार बने. बहरहाल 45 की उम्र में शादी करने की इच्छा और अपनी संपत्ति सार्वजनिक रूप से बताना जबलपुर के शिक्षक इंद्र कुमार को भारी पड़ गया.