सांप से खेल रहा था शख्स,पकड़ ढीली हुई हमला किया: हथेली और कंधे पर काटा, शरीर में फैला जहर; वेंटिलेटर सपोर्ट पर पीड़ित – Bhopal News

सांप से खेल रहा था शख्स,पकड़ ढीली हुई हमला किया:  हथेली और कंधे पर काटा, शरीर में फैला जहर; वेंटिलेटर सपोर्ट पर पीड़ित – Bhopal News


भोपाल के पिपलिया पेंदे खान निवासी 40 वर्षीय एक व्यक्ति पर कोबरा के साथ खेलना भारी पड़ गया। घर के बाहर सांप देखते ही व्यक्ति ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद वह उसे लेकर पूरे इलाके में घूमने लगा, जिसका मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया।

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करीब 10 मिनट तक व्यक्ति लगातार सांप को परेशान करता रहा। कभी उसको पालतू जानवर की तरह सहलाना तो कभी आसपास के लोगों के सामने उसका प्रदर्शन करना। इसी बीच उसकी पकड़ ढीली हुई और सांप ने पहले उसकी हथेली और फिर कंधे पर काट लिया।

वेंटिलेटर पर भर्ती पीड़ित AIIMS भोपाल से मिली जानकारी के अनुसार, कोबरा को लंबे समय तक परेशान किया गया, जिससे सांप तनाव में आ गया था। यही वजह रही कि उसने मौका मिलते ही बड़ी मात्रा में जहर व्यक्ति के शरीर में इंजेक्ट कर दिया।

इसके कारण सिर्फ 30 मिनट में ही व्यक्ति में न्यूरोलॉजिकल लक्षण सामने आने लगे। जहर की मात्रा ज्यादा होने के कारण मरीज को अगले 30 मिनट में लगातार जरूरी इलाज दिया गया, इसके बाद भी हालत में सुधार नहीं हुआ। स्थिति को बिगड़ता देख उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया है। मरीज की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।

सांप भाग निकला पीड़ित को जैसे ही कोबरा ने काटा, वह घबरा गया। आसपास मौजूद लोग भी डर के चलते दूर हो गए। इसी बीच सांप मौका देखते ही भाग निकला। आसपास के लोगों ने बताया कि बारिश के मौसम में अक्सर क्षेत्र में सांप निकलते हैं। ज्यादातर रैट स्नेक (गैर-जहरीला) दिखाई देते हैं, लेकिन कई बार कोबरा भी निकलता है। इस घटना से लोगों में डर बैठ गया है।

घटना का वीडियो आया सामने सांप को पकड़ कर घूमते हुए व्यक्ति का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो की शुरुआत में ही एक महिला कोबरा को AIIMS की तरफ छोड़ने की बात कहती सुनाई दे रही है। करीब 38 सेकेंड के इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि व्यक्ति सांप के साथ एक पालतू जानवर जैसा व्यवहार कर रहा था। AIIMS के डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि यदि सांप नजर आए तो उससे दूरी बनाए रखें।

सांप इंसानों पर आमतौर पर हमला नहीं करते हैं। यदि घर में सांप हो तो स्नेक कैचर को ही फोन करें, खुद उसे पकड़ने का प्रयास न करें। डॉक्टरों ने यह भी अपील की कि इन दिनों कई नकली सपेरे भी घूम रहे हैं, सांप उन्हें न ले जाने दें। वे सांप के मुंह को फैवी क्विक से चिपका देते हैं, जिससे सांप कुछ दिनों में तड़प-तड़प कर मर जाता है।

प्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा मौतें सांप के काटने के कारण मध्यप्रदेश में हर साल ढाई हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 से 2024 तक, इन चार सालों में सर्पदंश के कारण करीब 10 हजार 700 लोगों की मौत हुई।

हर पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए सरकारी मुआवजा दिया गया, यानी 427 करोड़ रुपए से ज्यादा का वित्तीय भार सरकार पर आया। इतनी लागत से एक 5 मंजिला स्पेशियलिटी अस्पताल शुरू किया जा सकता है।

स्टडी: 15 को सांप ने काटा, 11 ने झाड़-फूंक कराया, सभी की मौत मध्य प्रदेश में रिपोर्टेड स्नेक बाइट मोर्टेलिटी और राज्य मुआवजे पर एक अध्ययन (स्टडी) से पता चला कि जिन 15 लोगों को सांप ने काटा, उनमें से 10 लोग घर पर थे, जिनमें से 7 सोते हुए थे। लिंग के अनुसार देखें तो 11 महिलाएं और 4 पुरुष थे। इनमें से इलाज के लिए 11 लोगों ने झाड़-फूंक पर भरोसा किया, जिसके कारण उन सभी की मौत हो गई।

सांप के काटने के बाद सबसे जल्दी आधे घंटे के भीतर ही एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। वहीं एक पीड़ित 20 घंटे तक मौत से लड़ा, लेकिन सही इलाज न मिलने के कारण मृत्यु हो गई। उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में 2 दिन से लेकर 40 दिन तक का समय लगा और परिजनों को सरकारी मुआवजा मिलने में एक महीने से लेकर एक साल तक का समय लगा।



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