सेंट्रल जेल में गैंगस्टर ने रची गोलीकांड की साजिश: छूटते ही ग्वालियर में दिया वारदात को अंजाम, 3 गलतियों की वजह से नहीं पूरे हुए मंसूबे – Gwalior News

सेंट्रल जेल में गैंगस्टर ने रची गोलीकांड की साजिश:  छूटते ही ग्वालियर में दिया वारदात को अंजाम, 3 गलतियों की वजह से नहीं पूरे हुए मंसूबे – Gwalior News


बृजेश परिहार को गोली मारकर सचिन फागुना फरार हो गया।

ग्वालियर में एक फर्जी गोलीकांड का मामला सामने आया है। हत्या के प्रयास के आरोपी बदमाश सचिन फागुना ने सेंट्रल जेल में रहते हुए ही इस फर्जी कांड की पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली थी। जेल में ही उसने सभी मोहरे भी शतरंज की बिसात पर जमा लिए थे।

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जैसे ही वह जमानत पर बाहर आया तो 26 जून की रात ग्वालियर के उटीला थाना इलाके में साजिश को अंजाम दिया गया, लेकिन उसकी फुलप्रूफ प्लानिंग पर कुछ गलतियां और पुलिस के 3 क्लू उस पर भारी पड़ जाएंगे।

पुलिस ने कथित घायल फरियादी और बदमाश सचिन फागुना की कॉल डिटेल निकाली। हमले के वक्त उनकी मोबाइल लोकेशन घटना स्थल पर मिली। मेडिकल रिपोर्ट में भी हमला संदिग्ध नजर आया।

इसके बाद घायल और गवाह को आरोपी बना लिया गया। बदमाश सचिन की तलाश शुरू कर दी गई। पुलिस अब उसकी जमानत को कैंसिल कराने के लिए कार्रवाई कर रही है।

काले रंग की टी-शर्ट पहने हुए बदमाश सचिन फागुना अपने साथियों के साथ।

11.30 सूचना मिली युवक को गोली मार दी दरअसल, ग्वालियर के उटीला इलाके में गुरुवार रात (26 जून) की लगभग 11.30 बजे कंट्रोल रूम से पुलिस को एक सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि सौंसा रोड पर एक युवक को गोली मार दी गई है।

यह सूचना घायल बृजेश परिहार ने दी थी। तत्काल थाना प्रभारी शिवम राजावत मौके पर पहुंचे। सबसे पहले घायल को अस्पताल में पहुंचाया गया। अपने बयान में बृजेश ने कहा कि जारगा निवासी दीपू जाटव, भारत उर्फ करुआ जाटव, विनोद, लखन व अन्य ने हमला किया है।

देर रात गोलीबारी की खबर के बाद पुलिस हरकत में आई। जैसे-जैसे पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो एक के बाद एक ऐसे क्लू मिलते गए, जिससे इस गोलीकांड की जांच फर्जी कांड की तरफ जाने लगी।

सचिन ने मारी थी बृजेश को गोली सबसे पहले पुलिस को बृजेश और मनोज गुर्जर के मोबाइल पर सचिन गुर्जर से बातचीत का रिकॉर्ड मिला। मनोज को हिरासत में लेकर तस्दीक आगे बढ़ाई गई। वहीं, सचिन के रिश्तेदार की काली स्कॉर्पियो की घटना स्थल पर मौजूदगी सामने आई।

जिससे शक और गहरा हो गया। फिर मनोज से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। मनोज गुर्जर ने बताया कि बृजेश को गोली मारकर सचिन और उसके साथी पैर पर तौलिया बांध कर भाग गए थे। सचिन ने ही बृजेश के मोबाइल से डायल-100 को सूचना दी थी और इसके बाद वे भाग निकले।

बदमाश बृजेश परिहार और झूठा गवाह बना उसका दोस्त मनोज गुर्जर।

बदमाश बृजेश परिहार और झूठा गवाह बना उसका दोस्त मनोज गुर्जर।

सेंट्रल जेल में सचिन ने बनाई थी हमले की कहानी मामले में अभी तक पुलिस बदमाश सचिन फागुना को नहीं पकड़ पाई है। हालांकि, घायल बृजेश परिहार और उसके साथी मनोज गुर्जर ने पुलिस को बताया कि सचिन ने जेल में रहते हुए ही जमीन विवाद की रंजिश पर दीपू जाटव, भारत उर्फ करुआ जाटव, विनोद, लखन को फंसाने की पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर ली थी।

घटनाक्रम से 7 दिन पहले वह जेल से छूटकर बाहर आया था। उन्होंने 26 जून की रात को यह पूरी साजिश को अंजाम देने के लिए चुना था।

एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने बताया-

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गोलीकांड के बाद पूरी गंभीरता से जांच की गई। कई क्लू ऐसे मिले जो बता रहे थे यह फर्जी गोलीकांड है। मोबाइल लोकेशन से लेकर कॉल रिकॉर्ड तक खंगालने पर पूरा मामला फर्जी निकला है। जिसे घटना से सात दिन पहले जेल से छूटे एक बदमाश ने अंजाम दिया था।

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शहर के ये फर्जी गोलीकांड भी जान लीजिए

  • पड़ाव थाना क्षेत्र में मरीमाता रोड पर प्रॉपर्टी डीलर बंटी कुशवाह निवासी नाका चंद्रवदनी ने 15 दिन पूर्व आधी रात में बाइक सवार युवक युवकों द्वारा गोली मारने की सूचना दी थी। गोली युवक के कंधे में लगी थी। घायल ने देवेंद्र कुशवाह, बृजमोहन हन व छोटू कुशवाह पर आरोप लगाया। वे अपने घरों पर ही मिल गए। इस पर खुद पर गोली चलवाने के मामले का खुलासा हुआ। बंटी ने मनीष वर्मा व अमर कुरेसिया से अपने दुश्मनों को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलाने का प्लान बनाया था। गोली चलाने के लिए पिस्टल आकाश कुशवाह ने दी थी। पुलिस ने मनीष, अमर व आकाश को घायल बंटी सहित षडयंत्र व जानलेवा हमले का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया।
  • शहर के हजीरा थाना क्षेत्र में विगत वर्ष अविनाश लोधी और मनीष बाथम को गोली लगने का मामला भी फर्जी निकला था। इस मामले में पुलिस ने षड्यंत्र कर फर्जी मामला दर्ज कराने का मामला दर्ज किया था और घायल व हमलावरों की गिरफ्तारी भी की गई थी।
  • महाराजपुरा क्षेत्र में कृष्णा भदौरिया को गोली लगने का मामला भी फर्जी निकला था। पुलिस ने षडयंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। शहर में ऐसे मामले आए दिन बढ़ते जा रहे हैं।

यह खबर भी पढ़ें… फर्जी गोलीकांड के आरोपी को छुड़ाने की कोशिश

बंटी व रामौतार परिहार पुलिस हिरासत में।

बंटी व रामौतार परिहार पुलिस हिरासत में।

ग्वालियर के उटीला थाने के पास सोमवार शाम बड़ा हंगामा हुआ। पुलिस जब फर्जी गोलीकांड के आरोपी बृजेश परिहार को मेडिकल के बाद थाने ला रही थी, तभी उसके भाई और रिश्तेदारों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें…



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