मोहर्रम की दसवीं तारीख को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया
दाऊदी बोहरा समाज ने शनिवार को मोहर्रम की दसवीं तारीख को श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया। समाज के लोगों ने दिनभर रोजा रखा। मस्जिद से दोपहर तीन बजे पारंपरिक वेशभूषा में मातमी जुलूस निकला। यह जुलूस सुबात चौक से होते हुए बोहरा बाजार और जमातखाना तक पहुंचा।
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जुलूस में लोग ‘या हुसैन’ की सदाएं लगाते रहे। कर्बला के वीरों की कुर्बानी को याद किया गया। इमाम हुसैन की शहादत की याद में नौहे पढ़े गए। समाज के बच्चे, युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी ने मातम में हिस्सा लिया।
समाज प्रवक्ता सिराज दाऊदी ने बताया कि मोहर्रम का यह दस दिवसीय मातमी पर्व हर साल मनाया जाता है। समाज के लोगों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान स्वेच्छा से बंद रखे। मस्जिद और घरों में विशेष दुआओं का आयोजन हुआ।
उन्होंने कहा कि यह पर्व बलिदान, सत्य और न्याय की रक्षा के लिए प्रेरणा देता है। बोहरा समाज ने पूरी आस्था और अनुशासन के साथ इस पर्व को मनाया। इस दौरान शहर में शांतिपूर्ण माहौल रहा।